सूरजपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) शांतनु सिंह : जिले में हाथी एक बड़ी परेशानी बनते जा रहे है. बीते हफ्तेभर से ओड़गी ब्लॉक में 50 हाथियों का दल यहां डेरा जमाए हुए है. हाथियों ने किसानों की धान की फसल को भी नुकसान पहुंचाया है.
लंबे समय बाद पहुंचे हाथी – दरअसल जिले के प्रतापपुर वनपरिक्षेत्र के ओड़गी ब्लॉक में हाथियों का विचरण काफी कम होता है, लेकिन लंबे समय बाद ओड़गी ब्लॉक के मयूर धक्की के जंगलों में हाथियों ने अपना डेरा जमाया हुआ है. जहां रोजाना शाम ढलते ही हाथी जंगलों से बाहर निकलकर किसानों के पके हुए धान के फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं. हाथियों की दहशत से ग्रामीण अपनी अधपकी फसल की कटाई कर दे रहे है.
‘हाथियों पर रखी जा रही निगरानी’
इधर वन विभाग का दावा है कि हाथियों पर निगरानी रखी जा रही है, और ग्रामीणों को सुरक्षा भी दी जा रही है. हालांकि उनका कहना है कि नुकसान का आंकलन कर किसानों को मुआवजा दिया जाएगा.
वन विभाग के डीएफओ के मुताबिक किसानों को हाथियों से बचने की ट्रेनिंग दी जाती है, ताकि हाथियों से किसान अपने आप को सुरक्षित कर सके.
धमतरी के मगरलोड ब्लॉक में एक दंतैल हाथी ने दस्तक दी है, जिससे किसानों में डर है. धान कटाई का काम जारी है, ऐसे में किसान खेतों में ही काम करते रहते हैं, जिससे उनकी जान पर खतरा बना हुआ है. हाथी के मूवमेंट को लेकर किसान अलर्ट हैं और निगरानी रखी जा रही है.
डौंडी ब्लॉक में पिछले पंद्रह दिन से डेरा जमाए हाथी अब उत्पात मचाने लगे हैं. जंगल से लगे जबकसा गांव में किसानों के खेतों और कोठार में धान की फसलों को चौपट कर रहे हैं. शुक्रवार की रात 22 जंगली हाथियों का समूह जबकसा गांव में धमा चौकड़ी मचाया. इतना ही नहीं हाथियों ने एक घर को तोड़ दिया, धान को रौंद डाला और एक ग्रामीण की बाइक को भी कुचल डाला. कुछ ग्रामीणों के खेत में पहुंच फसलों को रौंद डाला