धमतरी(सेंट्रल छत्तीसगढ़): एक तरफ बारिश के मौसम को देखते हुए छत्तीसगढ़ में 15 जून से रेत उत्खनन पर प्रतिबंध (sand mining ban) लगा दिया गया है तो वहीं दूसरी तरफ अब भी प्रदेश के कई जिलों में रेत खनन जारी है. रेत माफिया (Sand mafia ) बिना रोकटोक रेत का खनन कर रहे हैं और उन्हें ऊंचे दामों में बेच रहे हैं. धमतरी जिले में भी रेत माफिया खुले आम रेत खनन कर रहे हैं. महानदी (mahanadi) में ग्राम खरेंगा, दर्री ,भरारी, जवरगांव, लीलर समेत कई जगहों पर रात में मशीन लगाकर रेत उत्खनन किया जा रहा है. इस दौरान दरगहन में रेत खनन का विरोध करने पर ग्रामीणों से मारपीट की भी खबर मिली है.
रेत माफिया और ग्रामीणों में झड़प
रेत माफियाओं और ग्रामीणों में झड़प
दरअसल दरगहन (dargahan) गांव के ग्रामीणों को सूचना मिली कि घाट पर अवैध रेत उत्खनन किया जा रहा है. जिसे रोकने के लिए गांव के लोग घाट पहुंचे. सीमा क्षेत्र बदलकर रेत उत्खनन करने के मामले को लेकर भरारी खदान के संचालकों के गुर्गो और दरगहन के ग्रामीणों के बीच झड़प हो गई. ग्रामीणों का आरोप है कि वहां पहुंचने के बाद उन्हें रेत माफिया की गुंडागर्दी (sand mafia hooliganism) का शिकार होना पड़ा. इसी बीच किसी ने झड़प की सूचना पुलिस को दे दी. जिसके बाद तीन थानों की पेट्रोलिंग पार्टी रात में ही मौके पर पहुंच गई. पुलिस के सामने रेत माफिया और ग्रामीण अपना-अपना पक्ष रखने लगे. मामले में फिलहाल कोई FIR दर्ज नहीं हुई है.
धमतरी के रेत खदान में रेत माफिया और ग्रामीणों में झड़प
पुलिस को रेत खदानों में गश्त बढ़ाने के निर्देश
धमतरी कलेक्टर पीएस एल्मा (Dhamtari Collector ps alma) ने बताया कि रेत खनन अभी बंद है लेकिन जहां से ऐसी सूचना आ रही है उस पर कार्रवाई की जा रही है. सोमवार रात को दरगहन रेत खदान (dargahan sand mine)में झड़प की सूचना मिली थी. जिसके बाद जिले के SP को निगरानी बढ़ाने के साथ ही मामले में कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि खनिज विभाग और रेवेन्यू डिपार्टमेंट को भी अवैध रेत खनन रोकने के लिए उस पर तत्काल कार्रवाई करने के लिए कहा गया है. कलेक्टर ने बताया कि शासन से भी खनिज अमले की मांग की जा रही है. ताकि रेत खदानों पर निगरानी रखी जा सके.
धमतरी जिले में रेत खदान बंद होने के बाद रेत के दाम काफी बढ़ (sand price)गए हैं. प्रति ट्रॉली 11-12 सौ रुपये में बिकने वाली रेत अब 2 हजार रुपये में बिक रही है. यही वजह है कि रेत माफिया अपनी मनमानी पर ऊतारू हो गए हैं, और रेत का अवैध खनन कर रहे हैं.