सीएम के पिता की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह प्रदर्शन,डीडी नगर के बाद अब कई थाने में शिकायत.

रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) के पिता नंद कुमार बघेल (Nand Kumar Baghel) द्वारा ब्राह्मण समाज पर की गई टिप्पणी (Comment) का विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है. सर्व ब्राह्मण समाज (Sarva Brahmin Samaj) के पदाधिकारी कहीं सीएम के पिता का पुतला दहन कर रहे हैं तो कहीं शहर के अलग-अलग थानों में उनके खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई जा रही हैं. हालांकि इस मामले में नंद कुमार बघेल के खिलाफ डीडीनगर थाने में एफआईआर (FIR) दर्ज हो चुकी है. बावजूद इसके सर्व ब्राह्मण समाज उनकी गिरफ्तारी के लिए शहर के अलग-अलग थानों में शिकायत दर्ज करा रहा है.

डीडीनगर के बाद अब कई थानों में शिकायत


क्या बयान दिया था सीएम के पिता

गौरतलब है कि सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल ने लखनऊ में ब्राह्मण समाज पर विदेशी होने की टिप्पणी की थी. उनके द्वारा की गई इस टिप्पणी के बाद से ब्राह्मण समाज आक्रोशित है. उन्होंने कहा था कि ब्राम्हण विदेशी हैं, उन्हें बाहर निकालना होगा. इसके बाद से सोशल मीडिया में उनकी खूब आलोचना हो रही है. साथ ही उनके द्वारा की गई टिप्पणी के अंश भी जमकर वायरल हो रहे हैं. हालांकि इस मामले पर डीडीनगर थाने में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हो चुकी है. इसके बाद भी शहर के कई थानों में शिकायत दर्ज हो रही है.


सीएम के पिता पर कार्रवाई की मांग

बता दें कि सर्व ब्राह्मण समाज ने खमतराई और डीडीनगर थाना समेत अन्य थानों में शिकायत दर्ज कराई है. इसके अलावा नंद कुमार बघेल का पुतला भी फूंका गया है. सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष ललित मिश्रा ने बताया कि देश को आजादी दिलाने वाले जवाहर लाल नेहरू और मंगल पांडे समेत अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. यह सब भी ब्राह्मण समाज हैं. ऐसे में ब्राह्मणों को विदेशी कहना गलत है. उन्होंने कहा है कि उनकी जल्द से जल्द गिरफ्तारी होनी चाहिए.

एफआईआर के बाद सीएम बघेल का आया था बयान

सीएम भूपेश बघेल के पिता के इस बयान से समाज के एक वर्ग की भावनाओं और सामाजिक सद्भाव को ठेस लगी है. डीडीनगर थाने में एफआईआर के बाद सीएम भूपेश बघेल ने बयान दिया था. बयान में उन्होंने कहा था कि, एक पुत्र के रूप में मैं अपने पिताजी का सम्मान करता हूं, लेकिन एक मुख्यमंत्री के रूप में उनकी किसी भी ऐसी गलती को अनदेखा नहीं किया जा सकता जो सार्वजनिक व्यवस्था और सामाजिक समरसता बिगाड़ने वाली है. हमारी सरकार में कोई भी कानून से उपर नहीं है, फिर चाहे वह मुख्यमंत्री के पिता ही क्यों न हों. उन्होंने कहा कि किसी समाज के खिलाफ कुछ कहा तो मुझे दुख है. इस तरह की बात नहीं कही जानी चाहिए.