सरगुजा: मृत हाथी के दांत निकलने वाले 3 आरोपी गिरफ्तार.

सरगुजा(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : धरमजयगढ़ रेंज में मृत हाथियों के दांत गायब होने के मामले में वन विभाग की टीम को सफलता मिली है. टीम ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. टीम ने ललेया जंगल से हाथी के दांत भी बरामद किए हैं. आरोपियों ने पकड़े जाने के डर से दांत जंगल के डबरी में फेंक दिया था. टीम ने दांत के साथ टांगी बरामद किया है.

Three accused in ivory extract arrested in Surguja

हाथी दांत बरामद

29 मार्च होली के दिन मैनपाट की तराई में धरमजयगढ़ के बोरो रेंज में एक हाथी का शव मिला था. सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची थी. हाथी का पीएम करने के बाद उसके शव का दाह संस्कार कर दिया गया था. वन अधिकारियों के मुताबिक 15-16 वर्षीय हाथी की मौत 80 मीटर ऊंचाई से गिरने से हुई थी. वन विभाग की टीम ने जब हाथी को पहली बार मरा हुए देखने वाले ग्रामीण शिवा राम से पूछताछ तो पता चला कि होली के दिन शिवाराम अपने साथियों धनाराम और दीनाराम के साथ जंगल में महुआ बीनने के लिए गया हुआ था. यही उसने हाथी को मरा हुआ देखा था, लेकिन गांव आने के बाद शराब के नशे में वह सिर्फ जंगल में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई होने की बात करता रहा. वन विभाग ने जब शिवा को पकड़कर पूछताछ की तो उसने जंगल में मृत हाथी देखने की बात कबूल की.

तीन आरोपी गिरफ्तार

शिवा राम ने ये भी बताया कि उसने हाथी को देखा था तो उसके दो दांत भी थे, लेकिन दांत कहां गए इसकी जानकारी उसे नहीं थी. पूछताछ में उसने धनाराम और दीनाराम से पूछताछ करने की बात कही. जब वन विभाग ने धनाराम को पकड़ा तो उसने दीनाराम को जानकारी होने की बात कही. बाद में जब टीम ने दीनाराम को पकड़ा तो उसने गांव के बरातु का नाम लिया. वन विभाग को उसके बयान पर शक हुआ तो टीम ने दीनाराम से कड़ाई से पूछताछ की. पहले तो दीनाराम वन विभाग को घूमता रहा, लेकिन बाद में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया. आरोपी ने बताया कि राम कुमार, जगनारायण और देवन मझवार के साथ मिलकर हाथी के दांत को टांगी से काटा था. पकड़े जाने के डर से उन्होंने हाथी दांत और टांगी को जंगल में फेंक दिया. इस मामले में टीम ने दीनाराम, राजकुमार और जगनारायण को गिरफ्तार किया है. जबकि देवन मझवार फरार चल रहा है.

वन विभाग जांच में जुटी

वन विभाग ने जंगल से हाथी के 30 और 40 सेंटीमीटर के दो दांत बरामद किये है. इसके साथ ही टांगी को जब्त किया गया है. मामला दूसरे जिले का होने की वजह से टीम ने तीनों आरोपियों को धरमजयगढ़ रेंज को सुपुर्द कर दिया है. हाथी दांत की कीमत लगभग एक लाख रुपये बताई जा रही है.