दंतेवाड़ा (सेंट्रल छत्तीसगढ़): लोन वर्राटू अभियान के तहत 8 नक्सलियों ने आत्सममर्पण कर दिया है. सरेंडर करने वाले नक्सलियों में एक पर 3 लाख और 2 पर एक-एक लाख रुपये का इनाम है. इनमें से एक नक्सली 1 साल जेल की सजा काटने के बाद जेल से छूटा था.बाकी के पांच नक्सली विधायक भीमा मंडावी के हत्यारे लीडर्स के लिए भोजन तैयार करने का काम करते थे.
3 इनामी समेत 8 नक्सलियों ने किया सरेंडर
सोमवार को सीआरपीएफ डीआईजी विनय सिंह, एसपी अभिषेक पल्लव, एडिशनल एसपी उदय किरण और अन्य अधिकारी के समक्ष आठ नक्सलियों ने समर्पण किया. आठ में से पांच नक्सली भीमा मंडावी हत्याकांड में भी शामिल थे और तीन नक्सली भैरमगढ़ एरिया में सक्रिय थे.
दंतेवाड़ा जिले में लोन वर्राटू अभियान चलाया जा रहा है, जिसका बड़ा असर देखने को मिल रहा है. 7 महीनों में लोन वर्राटू अभियान के तहत 400 से ज्यादा नक्सलियों ने सरेंडर किया है. इसमें कई इनामी नक्सली शामिल हैं. अभियान की सफलता के बाद इसे बस्तर संभाग के सभी जिलों में चलाने पर विचार किया जा रहा है.
क्या है लोन वर्राटू अभियान ?
लोन वर्राटू गोंडी शब्द है जिसका अर्थ ‘घर वापस आइए’. इस अभियान से ग्रामीणों को जोड़ने पुलिस ने आत्मसमर्पण के फायदे के बैनर पोस्टर के साथ ही नक्सलियों के नामों की लिस्ट भी जिले के हर गांव पंचायत में लगाई है. ग्रामीण अपने परिवार के वे लोग जो नक्सल संगठन से जुड़े हैं, उनको वापस मुख्यधारा से जोड़ने के लिए पुलिस के पास ला रहे हैं. ग्रामीण भी अपने गांव के नक्सलियों को आत्मसमर्पण कर मुख्यधारा से जुड़ने की अपील कर रहे हैं. यही वजह है कि लोन वर्राटू अभियान के तहत आदिवासी ग्रामीण लगातार नक्सल संगठन छोड़ मुख्यधारा से जुड़ रहे हैं.