जांजगीर चांपा(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : छत्तीसगढ़ में सियासी (Political Turmoil in Chhattisgarh) घमासान दिनों-दिन बढ़ता जा रहा है. छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी की (Congress Party Internal Battle in Chhattisgarh) अंदरूनी लड़ाई अब साफ-साफ दिखने लगी है. ऐसा इससे झलक रहा है कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश (Chhattisgarh Chief Minister Bhupesh Baghel) बघेल का फोटो वाला बैनर लगने के दूसरे दिन अचानक नगर पालिका ने इसे हटवा दिया. अब नगर पालिका के अधिकारी इसे सफाई के तहत हटवाने की बात कह हैं. नगर पालिका के इस कदम से सीएम भूपेश बघेल के समर्थक काफी आक्रोशित हैं और उग्र आंदोलन के साथ-साथ चक्का-जाम कर इसका जवाब देने की बात भी कर रहे हैं. मगर सवाल यहां ये उठता है कि सालों से नगर पालिका द्वारा कोई बैनर नहीं हटवाया तो अचानक छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के फोटो वाले बैनर हटवाने की क्या जरूरत आन पड़ी.
सक्ती राजमहल के राजा धर्मेंद्र बहादुर सिंह नाराज
वहीं इस मामले पर सक्ती राजमहल के राजा धर्मेंद्र बहादुर सिंह काफी नाराज हैं. हटाये गए सारे पोस्टर उनके ही द्वारा लगवाए गए थे, जिसमें 21 नवंबर को होने वाले सर्व आदिवासी समाज सम्मेलन के कार्यक्रम का प्रचार-प्रसार किया जा रहा था. पोस्टर में सीएम भूपेश बघेल के फोटो के साथ राजा धर्मेंद्र बहादुर का फोटो भी था. राजा धर्मेंद्र बहादुर का कहना है अधिकारी नियम के तहत पोस्टर हटवाने की बात कर रहे हैं, लेकिन ये सारे नियम क्या आज ही के लिए बने थे सिर्फ हमारे पोस्टर के लिए? जबकि इस मामले में नगर पालिका सक्ती के सीएमओ का कहना है कि समय-समय पर नगर पालिका द्वारा नगर की सफाई के लिए बैनर-पोस्टर हटाये जाते हैं. इसी के तहत यह कार्यवाही की गई है.
पोस्टर हटवाना सीएम के साथ-साथ आदिवासियों का भी अपमान
राजा धर्मेंद्र का कहना है कि आदिवासी समाज के लोगों को आगे बढ़ने से रोका जा रहा है. लोग चाहते ही नहीं कि आदिवासी समाज के लोग आगे बढ़ें. इसलिए ऐसी राजनीति कर रहे हैं. अधिकारियों ने पोस्टर-हटवा कर सीएम भूपेश बघेल के साथ-साथ पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है. इसे हम कभी बर्दाश्त नहीं करेंगे. इस अपमान का हर आदिवासी पुरजोर विरोध करेगा. जरूरत पड़ी तो चक्का-जाम और उग्र आंदोलन भी करेंगे.
सत्ताधारी कांग्रेस खेमे में सबकुछ ठीक नहीं
छत्तीसगढ़ की सत्ताधारी पार्टी कांग्रेस में चल रही गुटबाजी का प्रभाव अब राजधानी के बाद जिले में भी दिखने लगा है. विधानसभा अध्यक्ष एवं स्थानीय विधायक डॉ चरणदास महंत के दौरे के कुछ घंटे पहले ही सीएम भूपेश बघेल के बैनर पोस्टर को नगर पालिका के द्वारा हटवाना ये बता रहा है कि छत्तीसगढ़ की सत्ताधारी पार्टी के अंदर सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है.