रेल परिवहन में फंसी गाड़ी को छुड़ाने के लिए रिश्वत मरने का वीडियो वायरल

सरगुजा(सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले में इन दिनों रिश्वतखोरी (bribery) शासकीय कर्मचारियों के सिर चढ़कर बोल रही है. खनिज विभाग (Mineral Department) की ओर से पकड़े गए वाहनों को छोड़ने के एवज में रिश्वत मांगने का मामला सामने आ गया है. डिप्टी डायरेक्टर कार्यालय में पदस्थ एक महिला कर्मचारी का वीडियो रविवार को तेजी से वायरल हुआ है. जिसमें वह अपने हिस्से का 7 हजार रुपए मांगती, और मिले हुए हिस्से के बारे में बाकी कर्मचारियों से पूछ्ताछ करती नजर आ रही है.

रिश्वत मांगने वाला वीडियो

इस वीडियो के वायरल होने के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है. इधर इस मामले को सरगुजा कलेक्टर संजीव कुमार झा (Surguja Collector Sanjeev Kumar Jha) ने गंभीरता से लिया है. उन्होंने वीडियो में नजर आ रही महिला लिपिक और एक अन्य महिला कर्मचारी को निलंबित करने के निर्देश दिए हैं. देर रात तक उनके निलंबन का आदेश जारी भी हो गया.

कंप्यूटर ऑपरेटर भी शामिल

उपसंचालक खनिज कार्यालय (Deputy Director Mineral Office) में पदस्थ कर्मचारियों की ओर से अवैध वसूली के बंटवारे के वीडियो पर कलेक्टर ने संज्ञान लिया है. इस केस में कलेक्टर ने संलिप्त तीन कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. जारी आदेश में कहा गया है कि सहायक ग्रेड 2 नीता मेहता, कंप्यूटर ऑपरेटर सुषमा नागवंशी और वाहन चालक संदीप नायक की ओर से कार्यालयीन समय में वाहन मालिकों से अवैध राशि की वसूली और हिस्से बंटवारे से संबंधित वीडियो क्लिप जारी होना पाया गया. ये कृत्य छत्तीसगढ़ सिविल सेवा आचरण नियम 1965 के नियम 3 के विपरीत होने से दंडनीय है. तीनों कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर मुख्यालय कलेक्टर कार्यालय सरगुजा नियत किया गया है.

बताया जा रहा है कि कुछ दिनों पहले खनिज विभाग ने ईंट, गिट्टी परिवहन में लगे हुए वाहनों को पकड़ा था. वाहनों को पकड़ने के बाद विभाग ने इन पर चलानी कार्रवाई की. उसके बाद नियम के हिसाब से वाहनों को छोड़ना था. लेकिन वाहन रिलीज नहीं हुए. वाहनों का रिलीज लेटर लेने के लिए गाड़ी के मालिक खनिज विभाग के डिप्टी डायरेक्टर कार्यालय पहुंचे थे. जहां उनमें से ही किसी व्यक्ति ने पूरे मामले का वीडियो बनाकर वायरल कर दिया.

स्पीकर ऑन कर सबके सामने की बात

वायरल वीडियो में साफ सुनाई दे रहा है कि नीता मेहता नाम की महिला मोबाइल फोन पर स्पीकर ऑन करके किसी सिपाही कन्हैया से बात कर रही है. महिला पूछ रही है कि ‘गाड़ी वालों से तुम हम लोगों का भी हिस्सा लिए हो ? 7-7 हजार रुपए. तुम बोले हो सबको देना है.’ जिस पर आरक्षक सिर्फ अपना हिस्सा लेने की बात कह रहा है. नीता मेहता ने फिर किसी संदीप नाम के कर्मचारी को भी फोन लगाकर पूछा है कि ‘हम सबका हिस्सा लिए हो क्या’? इस पर कन्हैया बोला कि संदीप लिया है.

‘टेबल पर मिलना चाहिए पैसा’

वीडियो में गाड़ी मालिक बोल रहे हैं कि ‘हम इकट्ठे पैसे दे दिए हैं’. इस पर नीता ने कहा कि ‘हम लोगों का पैसा हमारे टेबल पर मिलना चाहिए. जैसे श्रीकांत हमारा और सुषमा का पैसा टेबल पर देकर गया.’ वीडियो में महिला वाहन मालिकों को बोल रही है कि जो पैसा लिया है वो गाड़ी छोड़े, हम और सुषमा क्यों मरेंगे ? इस वीडियो के वायरल होने से ये स्पष्ट हो गया है कि खनिज विभाग में रिश्वत दिए बिना किसी भी व्यक्ति के वाहन नहीं छूटते. हर कार्रवाई में ऊपर से लेकर नीचे तक के अधिकारी-कर्मचरियों का हिस्सा बंधा होता है.