रायपुर: सीएम बघेल ने मंगलवार को ‘मोर बिजली एप’ के नए फीचर्स का किया शुभारंभ..

रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को अपने निवास कार्यालय में छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी के ‘मोर बिजली एप’ के नए फीचर्स का शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ देश का ऐसा पहला राज्य है, जहां विद्युत वितरण कंपनी ने उपभोक्ताओं को बिजली सेवाओं का घर बैठे लाभ मुहैया कराने के लिए मोर बिजली मोबाइल एप लॉन्च किया है. मुख्यमंत्री बघेल ने CSPDCL के इस प्रयास की सराहना की है. उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं को इससे बहुत सहूलियत मिलेगी. बिजली उपभोक्ता इस एप के जरिए विद्युत वितरण कंपनी की 90 फीसदी से ज्यादा सेवाओं का घर बैठे लाभ ले सकते हैं. यह एप विद्युत संबंधी किसी भी समस्या को दूर करने में भी मददगार साबित होगा.

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अब उपभोक्ताओं को बिजली दफ्तर के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी. इससे उपभोक्ताओं के श्रम, समय और पैसे की बचत होगी. उन्होंने विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को बधाई और शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस एप के जरिए विद्युत कंपनी की मैदानी टीम को काम करने में आसानी होगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली उत्पादन और वितरण को उन्नत बनाने के लिए पॉवर कंपनी नवीनतम तकनीक को बढ़ावा दे रहा है. इसका एक आदर्श उदाहरण ‘मोर बिजली एप’ भी है. उन्होंने कहा कि इस निःशुल्क सुविधा का लाभ लेने के लिए उपभोक्ताओं को इसे अपने मोबाइल पर डाउनलोड करना चाहिए. कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन मंत्री शिव कुमार डहरिया, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम, मुख्यमंत्री के अपर सचिव और पॉवर कम्पनीज के चेयरमैन सुब्रत साहू, एमडी हर्ष गौतम, राजेश वर्मा, एम के बिजौरा, उज्ज्वला बघेल और अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे.

पॉवर कम्पनीज के चेयरमैन सुब्रत साहू ने दी जानकारी

कार्यक्रम में पॉवर कम्पनीज के चेयरमैन सुब्रत साहू ने कहा कि ऊर्जा से उन्नति की ओर प्रदेशवासियों को अग्रसर करने के लिए बहुत सारी योजनाएं और सुविधाएं पहली बार शुरू की गई हैं, जिनमें हाफ रेट पर बिजली योजना और मोर बिजली एप से उपभोक्ताओं को बड़ी राहत मिली है. भविष्य में भी छत्तीसगढ़ विद्युत विकास का गढ़ बना रहेगा. इसके लिए प्रदेश में विद्युत अधोसंरचना का तेजी से विस्तार किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि कोरोना काल में भी विद्युत उत्पादन के मामले में छत्तीसगढ़ अग्रणी बना हुआ है और ‘सबको बिजली, सस्ता दाम-सबको राहत, सबको काम’ की अवधारणा को पूरी कर रहा है.

गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड होगा यह एप

चेयरमैन सुब्रत साहू ने बताया कि इस एप को गूगल प्ले स्टोर से निःशुल्क डाउनलोड किया जा सकता है. इस एप के जरिए लोग घर बैठे 16 से ज्यादा तरह के विद्युत संबंधी कार्यों का निपटारा कभी भी किसी भी समय पर कर सकते हैं. इस एप में शामिल नया फीचर ‘आपातकालीन शिकायत’ विद्युत दुर्घटना की घड़ी में उपभोक्ताओं की सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सिद्ध होगा. चेयरमैन ने बताया कि कहीं टूटे बिजली के तार या अन्य क्षतिग्रस्त विद्युत प्रणाली की फोटो खींचकर अपातकालीन शिकायत के अपलोड बटन को दबाने पर SMS के जरिए संबंधित क्षेत्रीय कार्यालय के अधिकारी को लोकेशन की सूचना मिल जाएगी. जिससे बिजली तार या क्षतिग्रस्त उपकरण दुरुस्त कर लिए जाएंगे. शिकायतदाता को इसकी सूचना भी मिल जाएगी. इसके अलावा मीटर, नाम परिवर्तन, शिफ्टिंग, नया कनेक्शन, भार वृद्धि, टैरिफ परिवर्तन, बिल भुगतान, बिजली बिल हाफ योजना से मिली छूट और बिजली बिल की गणना जैसे काम घर बैठे ही किए जा सकेंगे.

मोर बिजली एप की खासियत

चेयरमैन सुब्रत साहू ने कहा कि मोर बिजली एप के जरिए हर उपभोक्ता का मोबाइल बिजली दफ्तर बन जाएगा. मोर बिजली एप से बिजली बंद की शिकायत दर्ज करने पर बिजली मिस्त्री गूगल मैप के सहारे उपभोक्ता के परिसर तक पहुंच सकता है. बिजली की आपातकालीन शिकायत इस एप से करने पर GPRS लोकेशन की सूचना मिल जाती है और विद्युत दुर्घटना रोकने आपातकालीन शिकायत दूर करने के लिए सुधार दल मौके पर जल्दी ही पहुंच जाता है.

चेयरमैन सुब्रत साहू ने बताया कि मीटर शिफ्टिंग, नाम परिवर्तन, निम्नदाब बिजली कनेक्शन, भार वृद्धि-कमी के लिए बिजली दफ्तर जाए बिना ही इस एप से ऐसे काम पूरे हो जाते हैं. उपभोक्तागण अपने सहित अन्य 4 विद्युत कनेक्शन के बिल को इस एप के माध्यम से अपने मोबाइल पर देख सकता है. बिल का भुगतान ऑनलाइन किया जा सकता है. उपभोक्ता बीते दो सालों में खपत किए गए बिजली की यूनिट्स और उसके भुगतान की भी जानकारी इस एप से ले सकते हैं. इतना ही नहीं बिजली बिल में गड़बड़ी की आशंका होने पर उपभोक्तागण इस एप से वर्तमान में लागू बिजली की दर को देखकर खुद सही बिजली बिल की गणना कर सकते हैं. मीटर रीडिंग गड़बड़ी सुधारने के लिए उपभोक्ता मीटर की रीडिंग की फोटो खींचकर इस एप के जरिए बिजली दफ्तर में भेजकर आसानी से सुधार करवा सकते हैं.