रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : देश में तेजी से पैर पसार रहे कोरोना वायरस से बचाव और नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के साथ ही सफाईकर्मी भी लगातार लगे हुए हैं. नगर निगम के सफाई कर्मचारी संक्रमण की परवाह किए बिना अपने काम का पूरी ईमानदारी से निर्वहन कर रहे हैं. शहर के मुख्य सड़कों पर सुबह-शाम सफाई कर्मचारी काम करते दिखाई दे देते हैं. साथ ही कोरोना संक्रमण से बचने के लिए वे लगातार मास्क लगाकर अपना काम करते हैं. सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करते नजर आ रहे हैं.
सफाईकर्मी सुबह से ही सड़कों की सफाई में जुटे
सफाईकर्मी मुख्य सड़कों की साफ-सफाई लगातार कर रहे हैं. जिससे कि लोगों को संक्रमण से बचाया जा सके. शहर के बीचो-बीच गंदगी फैले रहने से महामारी के फैलने से खतरा और बढ़ सकता है. सफाईकर्मियों की पूरी टीम ईमानदारी से शहर में फैली गंदगी को सुबह से ही साफ करने में जुट जाती है. जिससे की लोगों को होने वाले संक्रमण से भी बचाया जा सकता है.
सफाईकर्मी निभा रहे वॉरियर्स की भूमिका
कोरोना सेनानी बने सफाईकर्मी
ऐसे वक्त में जब लोग महामारी के डर से घरों में बंद हैं, सफाईकर्मी कोरोना सेनानी बनकर इसके खिलाफ अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं. लॉकडाउन के दौरान अपनी जान जोखिम में डालकर शहर को स्वच्छ रखने और गंदगियों को साफ करने का काम सफाईकर्मियों ने बखूबी निभाया है. लॉकडाउन के दौरान जहां एक ओर सारे कामों पर ताला लगा था, तो वहीं इन सफाई मित्रों ने लोगों को कोरोना के संक्रमण से बचाने के लिए गली-मोहल्लों में जा-जाकर सैनिटाइजर का छिड़काव किया.
‘नहीं मिला बोनस’
ज्यादातर सफाईकर्मी ठेकेदारों के अधीनस्थ हैं, जिनमें से अधिकतर कर्मचारियों का शोषण करते हैं. ठेकेदारों ने भी सफाई कर्मचारियों की सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं किए हैं. उन्होंने बताया कि महापौर ने लॉकडाउन के दौरान काम करने वाले सफाई कर्मचारियों को बोनस देने की बात कही थी, लेकिन अब तक बोनस भी नहीं मिला है.