रायपुर: एसएसपी अजय यादव ने बुजुर्गों की सुविधा के लिए समर्पण सेवा अभियान किया शुरू, बुजुर्गों और मजदूरों को तत्काल मदद मुहैया कराने समर्पण सेवा अभियान में रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है, 3 दिन में सिर्फ 200 बुजुर्गों ने किया आवेदन..

रायपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : राजधानी में बुजुर्गों और मजदूरों को तत्काल मदद मुहैया कराने समर्पण सेवा अभियान में रजिस्ट्रेशन कराने वालों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. 3 दिन में सिर्फ 200 बुजुर्गों ने आवेदन किया है. सभी बुजुर्गों के आवेदन थानों के माध्यम से नोडल अफसर तक पहुंचाए जा रहे हैं.

रजिस्ट्रेशन कराने आवेदन किया गया है. 31 अक्टूबर के बाद बुजुर्गों की कुंडली तैयार की जाएगी. इसके बाद संबंधित थाना और डायल 112 को इसकी निगरानी का जिम्मा सौंपा जाएगा.

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पुलिस ने बुजुर्गों के लिए शुरू की समर्पण योजना

दरअसल एसएसपी अजय यादव ने बुजुर्गों की सुविधा के लिए समर्पण सेवा अभियान शुरू किया है. माना सीएसपी विश्व दीपक को नोडल अफसर बनाया गया है. आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन और ऑफलाइन की जा रही है. 31 अक्टूबर तक आवेदन लेने के बाद नवंबर महीने में सभी बुजुर्गों से पुलिस संपर्क कर उनकी जरूरतों और दिक्कतों का समाधान करेगी. हालांकि बुजुर्गों के कॉल करने पर अब भी उन्हें सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं.

अफसरों के मुताबिक समर्पण सेवा योजना में सदस्य बनाने के लिए ऐसे लोग आवेदन कर सकते हैं, जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है. अकेले या पति-पत्नी साथ रहते हो, किसी बात का डर, खतरा या स्वयं को उपेक्षित महसूस करते हो.

बुजुर्गों को मिलेगी ये सुविधाएं

  • बुजुर्गों के साथ अपराध घटित होने से रोकना
  • उनकी शिकायतों का तत्काल निराकरण करना
  • बुजुर्गों से बेटे-बेटी और परिजनों की समस्याओं को सुलझाना
  • निवास में कार्यरत नौकरों का सत्यापन करना
  • मेडिकल कैंप लगाकर स्वास्थ्य जांच कराना
  • आपातकाल में बुजुर्गों को तत्काल मदद मुहैया कराना
  • नियमित रूप से बुजुर्गों से संपर्क बनाए रखना

3 दिन में आवेदनों की भरमार

अफसरों के मुताबिक रायपुर जिले के 30 पुलिस थानों में 23 से 25 अक्टूबर तक यानी 3 दिन में 200 से अधिक बुजुर्गों ने संपर्क किया है. साथ ही समर्पण सेवा योजना में रजिस्ट्रेशन कराने थानों में आवेदन किया है. पुलिस अब बुजुर्गों के निवास के पते का सत्यापन करने में जुट गई है.