जयपुर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) : राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर मुख्यमंत्री आवास पर मंत्री परिषद की बैठक हुई जिसमें सभी मंत्रियों से इस्तीफा ले लिया गया है. राजस्थान में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश प्रभारी अजय माकन और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बीच चर्चा हुई. इसके बाद सीएम अशोक गहलोत ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की.
माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रात को ही उन मंत्रियों के इस्तीफे राज्यपाल को सौंप देंगे, जिनके इस्तीफे मंजूर कर लिए गए है. माना जा रहा है कि कल दो बजे पीसीसी कार्यालय में होने वाली बैठक के बाद वे सदस्य राजभवन जा सकते हैं जिन्हें मंत्री पद की शपथ लेनी है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मंत्रियों का शपथग्रहण कितने बजे होगा
बताया जा रहा है कि कल कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में दोपहर 2 बजे बैठक होगी. माना जा रहा है कि पीसीसी कार्यालय से वे सदस्य राजभवन जा सकते हैं जिन्हें मंत्री पद की शपथ लेनी है. हालांकि अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि मंत्रियों का शपथग्रहण कितने बजे होगा.
दरअसल प्रदेश प्रभारी अजय माकन, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा की मौजूदगी में हुई मंत्रिमंडल की बैठक में दो प्रस्ताव रखे गए थे. जिनमें एक प्रस्ताव में राजस्थान में मंत्री बनाने का अधिकार कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को दिया गया है. दूसरे प्रस्ताव में कांग्रेस की परिपाटी के मुताबिक सभी मंत्रियों के इस्तीफे लिए गए. कांग्रेस विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास ने बताया कि रविवार को दोपहर 2 बजे पीसीसी कार्यालय में बैठक होगी. इस बैठक में सभी सदस्य पहुंचेंगे.
गौरतलब है कि पहले जिन 13 जिलों को प्रतिनिधित्व नहीं था उनमे धौलपुर, उदयपुर, प्रतापगढ़ ,प्रतापगढ़ ,डूंगरपुर, भीलवाड़ा, श्री गंगानगर, हनुमानगढ़, चूरु, झुंझुनू, सिरोही, टोंक, सवाई माधोपुर और करौली है. अब सीकर बाड़मेर और अजमेर में भी कोई प्रतिनिधित्व नहीं रह गया है. ऐसे में पार्टी के सामने चुनौती यह होगी कि कैसे 16 जिलों को प्रतिनिधित्व दिया जाए.