राजनांदगांव (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के मकान निर्माण के नाम पर करोड़ों रुपये की गड़बड़ी का मामला सामने आया है. अनुबंध के साथ किए गए मकान निर्माण में बड़ी गड़बड़ी की गई है. मामले की शिकायतकर्ता विक्की चंद्राकर ने छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त से की है. मामले की जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा हो सकता है.
गृह निर्माण मंडल में पदस्थ तत्कालीन कार्यपालन अभियंता और ठेकेदार पर गंभीर वित्तीय अनियमितता के आरोप लग रहे हैं. शिकायतकर्ता के अनुसार आयुक्त को दी गई शिकायत में कहा गया है कि ठेकेदार ने राजनांदगांव के हाउसिंग बोर्ड के निर्माण कार्य में तकरीबन 44 करोड़ रुपये का काम लेकर करोड़ों रुपये की वित्तीय अनियमितता की है. इस कारण पैसों की कमी के चलते मकानों का काम पूरा नहीं हो पाया है.
मकान निर्माण में बड़ी गड़बड़ी
शिकायतकर्ता ने डराने धमकाने का आरोप भी लगाया है. शिकायत में यह भी कहा गया है कि ठेकेदार ने जो एग्रीमेंट किया है उसमें भी कांट छांट की गई है. निर्माण कार्य में लगने वाले लोहे के रेट को टेंडर के बाद काट-छांट किया गया है. इसके बाद जाली हस्ताक्षर किए गए हैं इस पूरे काम में तत्कालीन कार्यपालन अभियंता की मिलीभगत है. शिकायतकर्ता ने कहा कि स्टील के रेट को 57.50 से बढ़ाकर 67.50 कर तकरीबन 2 करोड़ रुपये की शासकीय राशि खाते से निकालकर गड़बड़ी की गई है, इसके अलावा रॉयल्टी में भी वित्तीय अनियमितता है. शिकायतकर्ता विक्की चंद्राकर ने दस्तावेजों के साथ इस मामले की शिकायत छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल के आयुक्त से की और दोषियों पर कार्रवाई की मांग की.
‘जानकारी में नहीं आया मामला’
इस मामले को लेकर गृह निर्माण मंडल की वर्तमान कार्यपालन अभियंता नीतू गणवीर का कहना है कि आयुक्त को शिकायत की गई है अभी तक उनके पास कोई भी दस्तावेज नहीं पहुंचे हैं अगर मामले की जांच की जाती है तो इस संबंध में जानकारी दी जाएगी.