रायपुर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़) :- मौसम विभाग ने आने वाले 24 घंटों के दौरान देश के कई हिस्सों में भारी बारिश लेकर अर्लट जारी दिया है. दरअसल, चक्रवात ‘गुलाब’ को लेकर कई राज्यों में चेतावनी जारी की गई है. साथ ही मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है. चक्रवात गुलाब का सर्वाधिक असर ओडिशा के दक्षिणी हिस्सों और आंध्र प्रदेश के उत्तरी क्षेत्रों में होने का अनुमान लगाया जा रहा है, जिसे देखते हुए तटवर्ती इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. इसके साथ ही राहत टीमों को तैनात कर दिया गया है. इस बीच छत्तीसगढ़ में रविवार को भारी बारिश की चेतावनी दी गई है.
चक्रवात का असर लगातार देखने को मिल रहा है. वहीं, हवा की रफ्तार 95 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इसके साथ ही कई राज्यों में तेज आंधी के साथ मुसलाधार बारिश शुरू हो चुकी है. जिसे लेकर मौसम विभाग ने कई जिलों व राज्यों में अलर्ट जारी कर दिया है. चक्रवात ‘गुलाब’ के बढ़ते असर को देखते हुए ओडिशा के सात जिलों में हाई लेवल की सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है. इशके साथ ही संवेदनशील इलाकों में पहले ही बचाव दलों को तैनात किया गया है, जबकि निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित निकालने का काम भी किया जा रहा है.
मूसलाधार बारिश का अनुमान
इसके साथ ही आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों में निचले इलाकों से लगभग 86,000 परिवारों को सुरक्षित राहत शिविरों में स्थानांतरित की योजना बनाई गई है. मौसम विभाग की मानें तो चक्रवात ‘गुलाब’ के असर से रविवार (26 सितंबर) को दक्षिण ओडिशा और उत्तरी आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्रों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने के साथ कई इलाकों में भारी बारिश का अनुमान है. जिसे लेकर ओडिशा के उत्तरी अंदरुनी इलाकों, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ में भी रविवार को भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है.
मछुआरों को दी गई तट पर न जाने की सलाह
इधर, पश्चिम बंगाल के कुछ तटवर्ती इलाकों में भी भारी बारिश का अनुमान है. मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी की मानें तो अगले तीन दिनों के दौरान समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी. इसे देखते हुए मछुआरों को 27 सितंबर तक बंगाल की खाड़ी के पूर्वी-मध्य और उत्तरपूर्वी क्षेत्र में समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है.
भूस्खलन सहित बाढ़ की आशंका
चक्रवात ‘गुलाब’ 26 सितंबर की शाम तक कलिंगपत्तनम के आसपास विशाखापत्तनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों की ओर बढ़ने का अनुमान है. जिसे लेकर मौसम विभाग ने आगाह किया है कि चक्रवाती तूफान से प्रभावित जिलों में कई निचले इलाकों के डूब जाने का खतरा बना हुआ है. प्रभावित इलाकों की नदियों में भी उफान आ सकता है. साथ ही भूस्खलन को लेकर भी चेतावनी जारी की गई है. साथ ही इसकी तीव्रता ‘तितली’ के समान ही होने की आशंका है, जिसने साल 2018 में भीषण तबाही मचाई थी.
इन इलाकों में दिखेगा असर
मौसम विभाग ने 26 सितंबर को दक्षिण ओडिशा, उत्तर आंध्र प्रदेश के तटवर्ती इलाके, तेलंगाना सहित छत्तीसगढ़ के बस्तर संभाग में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है. साथ ही पूर्वी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, गुजरात, कोंकण और गोवा में अगले पांच दिनों तक बारिश का अनुमान जताया गया है.