महासमुंद(सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले में वन्यप्राणियों का शिकार रुकने का नाम नहीं ले रहा है. महासमुंद वन परिक्षेत्र से लगातार सूअर के शिकार का मामला सामने आ रहा है. जिसके बाद से वन अमला इसे रोकने की लगातार कोशिश कर रहा है. इसी कड़ी में उन्हें बड़ी सफलता हाथ लगी है. चार जंगली सूअरों का शिकार करने वाले 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
वन अमले को सूचना मिली थी कि महासमुंद वन परिक्षेत्र झलप के पास 19 मई को करंट लगाकर आरोपियों ने 4 नर सूअरों का शिकार किया है. जिसे जंगल के पास ले जाकर बेचा जा रहा है. इसके बाद वन विभाग ने दबिश देते हुए इस मामले में 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया. सभी आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी (संरक्षण) अधिनियम और भारतीय वन अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम
- चंदर सिंह खड़िया
- जाेहर सिंह कमार
- नकुल सिंह
- साधु विश्वकर्मा
- संतलाल यादव
- कैलाश कुमार
- रथ्थू राम साहू
- एक अन्य आरोपी
- एक अन्य आरोपी
जिले में 6 आरोपी हुए थे गिरफ्तार
महासमुंद में लगातार जंगली सूअरों का शिकार हो रहा है. इसी कड़ी में 4 मई को भी वन परिक्षेत्र पिथौरा में सूअर के शिकार का मामला सामने आया था. वन अमले को मुखबिर से सूचना मिली थी कि मोहंद गांव में कुछ लोगों ने खेत में करंट लगाकर जंगली सूअर का शिकार किया है. सूचना पर वन अमला मोहंद पहुंचा, जहां उन्हें खेत में एक झोपड़ी दिखाई दी. यहां सूअर के मांस के साथ 6 लोगों को रंगे हाथों पकड़ा गया. आरोपियों के पास से लगभग 50 किलो सूअर का मांस, तार और खूंटी भी जब्त की गई थी.
आरोपियों ने खेत में तार बिछाकर उसमें 11 KV की इलेक्ट्रिसिटी प्रवाहित कर सूअरों का शिकार किया था. इन आरोपियों पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम की धारा के तहत मामला दर्ज किया गया. वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि कोविड-19 के कारण इन शिकारियों पर लगातार निगरानी नहीं रख पा रहे हैं, क्योंकि गांव में लोग घुसने नहीं दे रहे हैं, जिसके कारण जानवरों का शिकार रुक नहीं रहा.