रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): महाराज कालीचरण को शुक्रवार की दोपहर महाराष्ट्र पुलिस रायपुर लेकर पहुंची. उसके बाद संत कालीचरण को सीधे रायपुर के सेंट्रल जेल में दाखिल कर दिया गया. इसकी भनक मीडिया को भी नहीं लगने दी. 30 दिसंबर को रायपुर पुलिस ने कालीचरण को मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार कर रायपुर कोर्ट में पेश किया था. जहां से रायपुर पुलिस को 1 जनवरी तक पुलिस रिमांड मिली थी. लेकिन पुलिस की पूछताछ 31 दिसंबर को पूरी हो गई थी. पुलिस ने 31 दिसंबर की शाम को कालीचरण को दोबारा कोर्ट में पेश किया. जमानत नहीं मिलने के कारण महाराज कालीचरण को 13 जनवरी तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
ट्रांजिट रिमांड पर कालीचरण को महाराष्ट्र पुलिस ले गई थी पुणे
महाराज कालीचरण के खिलाफ महाराष्ट्र के खड़क थाने में भड़काऊ भाषण और धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाने का मामला दर्ज हुआ था. जिसके बाद महाराष्ट्र की खड़क पुलिस टीम को 4 जनवरी मंगलवार की शाम को कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड मिला था. महाराष्ट्र पुलिस कालीचरण को लेकर महाराष्ट्र रवाना हो गई थी. 5 जनवरी को महाराज कालीचरण को महाराष्ट्र की पुणे कोर्ट में पेश किया गया था. कालीचरण से पूछताछ पूरी होने के बाद शुक्रवार 7 जनवरी को महाराष्ट्र पुलिस कालीचरण को वापस रायपुर लेकर आई.
बता दें कि राजधानी रायपुर में 25 और 26 दिसंबर को दो दिवसीय धर्म संसद का आयोजन किया गया था. जिसमे महाराज कालीचरण भी पहुंचे हुए थे. यहां महाराज कालीचरण ने महात्मा गांधी के खिलाफ विवादित बयान दिया था. जिसके बाद रायपुर के टिकरापारा थाने में महाराज कालीचरण के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया था. बाद में इसमें राजद्रोह की धाराएं भी जोड़ी गई थी.