मरवाही-कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए भाजपा ने कांग्रेस की टूलकिट साजिश के खिलाफ आंदोलन की योजना चरणबध्द तरीके से शुरु की है। टूलकिट मामले को लेकर बीजेपी आक्रामक हो गई है।

गौरेला पेंड्रा मरवाही (सेंट्रल छत्तीसगढ़)प्रयास कैवर्त:- विगत दिन हुए धरना प्रदर्शन के अलावा भूपेश मुझे भी गिरफ्तार करो कैंपेन चलाने के उपरांत बीजेपी द्वारा सोमवार से प्रदेशभर में जेल भरो आंदोलन की शुरुआत की गई है। इसी कड़ी में आज भाजपा उत्तर मंडल के पांच वरिष्ठ नेताओं जिनमें भाजपा जिला महामंत्री डॉ शिव प्रताप राय,जिला मंत्री ठाकुर राकेश दीक्षित, मंडल अध्यक्ष किशन सिंह ठाकुर,महामंत्री जनपद सदस्य आयुश कुमार मिश्रा,किसान मोर्चा जिला महामंत्री गोविंद प्रसाद गुप्ता ने थाना के समक्ष धरना देते अपनी गिरफ्तारी दी।
ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ में राजनीतिक विवाद का विषय बनी सोशल मीडिया टूलकिट मामले में रायपुर की सिविल लाइन थाना पुलिस ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और अन्य लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया है जिसको लेकर भाजपा ने आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है।

गिरफ्तारी देते भाजपा जिला महामंत्री डॉ शिव प्रताप राय ने कहा कि कांग्रेस की सरकार प्रदेश में अपने चरित्र के मुताबिक अलोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाते हुए दमनकारी नीतियों का सहारा ले रही है, किंतु इससे भाजपा का कार्यकर्ता विचलित होने वाला नहीं है। वहीं जिला मंत्री ठाकुर राकेश दीक्षित ने कहा कि भाजपा ने आपातकाल देखा है। कांग्रेस सरकार तब भी दमन की नीति अपनाती थी, आज भी अपना रही है, लेकिन कार्यकर्ता रुकने वाले नहीं हैं। हम देश विरोधी ताकतों के विरोध में खड़े रहेंगे।
मंडल अध्यक्ष किशन सिंह ठाकुर धरने और गिरफ्तारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह और भाजपा नेताओं के खिलाफ दर्ज किए एफआईआर कहा कि कांग्रेस पार्टी देश की छवि को खराब करने का काम कर रही है।

महामंत्री एवँ जनपद सदस्य आयुश कुमार मिश्रा ने कहा कि कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट कर दिया कि वह प्रधानमंत्री और देश का अपमान नहीं सहेंगे। जहां राष्ट्र की बात होगी, जहां स्वाभिमान की बात होगी तो भाजपा का कार्यकर्ता देश विरोधी ताकतों का विरोध करेगा।वहीं जिला महामंत्री किसान मोर्चा गोविंद प्रसाद गुप्ता ने कहा कि ने कहा कि राष्ट्रीय नेताओं के खिलाफ कांग्रेस सरकार ने एफआईआर दर्ज कराई है, जिसे लेकर भाजपाईयों में आक्रोश है। जब तक एफआईआर शून्य नहीं होगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा।