ब्लैक फंगस से छत्तीसगढ़ में पहली मौत: कोरोना को मात देने के बाद म्यूकरमाइकोसिस से हारा युवक.

दुर्ग(सेंट्रल छत्तीसगढ़): जिले में कोरोना का कहर अभी थमा भी नहीं था कि अब ब्लैक फंगस इन्फेक्शन ने दस्तक दी है. छत्तीसगढ़ के भिलाई सेक्टर-1 निवासी एक युवक की ब्लैक फंगस यानी म्यूकरमाइकोसिस से मौत हो गई. ब्लैक फंगस से छत्तीसगढ़ में मौत का यह मामला है. भिलाई के सेक्टर 1 का निवासी वी श्रीनिवास राव कोरोना को मात देने के बाद ब्लैक फंगस की चपेट में आया था. ब्लैक फंगस की रिपोर्ट आने पर युवक को 11 मई को सेक्टर 9 स्थित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सक अनुसंधान केंद्र में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान युवक ने दम तोड़ दिया.

सभी अस्पतालों को अलर्ट जारी

जिले में ब्लैक फंगस से पहली मौत होने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी निजी अस्पताल को अलर्ट जारी किया है. ब्लैक फंगस ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता और बढ़ा दी है. CMHO डॉक्टर गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि ब्लैक फंगस से भिलाई निवासी एक व्यक्ति की मौत हुई है. इसका इलाज सेक्टर-9 अस्पताल में हो रहा था. जिले में और कितने मामले हैं, इसकी जानकारी जुटाई जा रही है. हमें जानकारी मिली है कि कुछ और लोग भी ब्लैक फंगस से पीड़ित हैं, जिनका इलाज AIIMS रायपुर में किया जा रहा है.

छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस के 15 मरीज

छत्तीसगढ़ में भी म्यूकस माइकोसिस बीमारी (Mucus Mycosis disease ) से पीड़ित मरीज मिल रहे हैं. रायपुर एम्स में इस बीमारी से पीड़ित 15 मरीजों का इलाज चल रहा है. इसे लेकर एम्स प्रबंधन एक बैठक भी करने वाला है.मीडिया से डॉक्टर राकेश गुप्ता ने भी इस बात की पुष्टि की थी कि छत्तीसगढ़ में ब्लैक फंगस से होने वाली बीमारी म्यूकस माइकोसिस से पीड़ित मरीज मिले हैं. कोरोना से ठीक होने वाले खासतौर पर डायबिटीज के पेशेंट (Diabetics) इस बीमारी का शिकार हो रहे हैं.

सीएम ने दवा की कालाबाजारी को गंभीरता से लिया

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (cm bhupesh baghel ) ने प्रदेश में ब्लैक फंगस के संक्रमण से होने की जानकारी को गंभीरता से लिया है. उन्होंने छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में ब्लैक फंगस के उपचार के लिए सभी जरूरी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को दिए हैं.