बेमेतरा (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : जिले में रविवार को दशहरा बड़ी ही धूमधाम से मनाया गया. यहां रावण के पुतले के साथ कोरोना का भी पुतला जलाया गया. बेमेतरा के कृषि उपज मंडी प्रांगण में दशहरा का आयोजन किया गया, जिसमें विधायक आशीष छाबड़ा और कलेक्टर शिव अनंत तायल शामिल हुए. इसी तरह नवागढ़ में आयोजित समारोह में संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे शामिल हुए.
संसदीय सचिव गुरुदयाल सिंह बंजारे ने किया पुतला दहन
प्रदेश के संसदीय सचिव और नवागढ़ विधायक गुरुदयाल सिंह बंजारे ने नवागढ़ में राम, लक्ष्मण, हनुमान और काली माता की पूजा-अर्चना की, जिसके बाद उन्होंने रावण और कोरोना का पुतला दहन किया. नवागढ़ में सैकड़ों सालों से दशहरा मनाए जाने की परंपरा कायम है. यहां मालगुजारी शासनकाल से रामलीला का भी मंचन किया जाता रहा है.
कोरोना के कारण भीड़ रही कम
वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते दशहरा मैदान में भीड़ कम रही. बेमेतरा कृषि उपज मंडी में हो रहे समारोह में पुलिस ने भीड़ के मद्देनजर मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया था. साथ ही आवाजाही को भी बाद में बंद कर दिया गया. नवागढ़ के अंधियारखोर में अपेक्षाकृत भीड़ कम रही. इस बार दशहरा मैदान में बाजार और होटल पर बैन लगा दिया गया था, जिसका साफ असर देखने को मिला.
अंधियारखोर में कायम है 70 साल पुरानी परंपरा
बेमेतरा जिले के नवागढ़ के अलावा बेरला, साजा और अंधियारखोर जैसी कई जगहों पर विजयादशमी की धूम रही. अंधियारखोर में 70 साल पुरानी परंपरा आज भी कायम है, जहां पहले रामलीला का मंचन किया जाता है. उसके बाद रावण दहन का कार्यक्रम होता है. कोरोना संक्रमण के मद्देनजर कम समय के लिए रामलीला का मंचन किया गया, जिसमें लक्ष्मण-मेघनाद, संवाद, कुंभकरण और राम, रावण युद्ध की झांकी प्रस्तुत की गई, जिसे देखने आसपास के लोग दशहरा मैदान पहुंचे.