बेमेतरा में खाद की कमी से जूझ रहे किसान पीओएस मशीन में एंट्री ना होने से खड़ी हुई परेशानी

बेमेतरा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):- जिले के सेवा सहकारी समितियों (Co-operative societies) में पीओएस मशीन (PSO Machine) समस्या का सबब बना हुआ है. नेटवर्क और आधार कार्ड (Aadhar Card) लिंक नहीं होने की वजह से किसानों को समय पर खाद नहीं मिल पा रहा है. खाद के लिए किसान घंटों लाइन में इंतजार करने को मजबूर हैं. दूसरी ओर पीओएस मशीन में एंट्री नहीं होने से शासकीय पोर्टल (Government portal) में खाद बीज की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में दिखाई दे रही है. लेकिन इससे उलट हकीकत यह है कि समितियों में खाद-बीज की शार्टेज शुरू हो गई है.

बेमेतरा में खाद की कमी से जूझ रहे किसान

पोर्टल की वजह से नहीं पहुंची खाद की खेप

वर्तमान में स्थिति यह है कि जिले के सभी समितियों में खाद बीज (Fertilizers and seeds) उपलब्ध नहीं है. बावजूद इसके पोर्टल में पर्याप्त मात्रा में खाद की उपलब्धता दिखाए जाने के कारण, शासन की ओर से खाद बीज जिले में नहीं भेजे जा रहे हैं. ऐसे में पीओएस मशीन में बिना एंट्री के कई सेवा सहकारी समितियों में धड़ल्ले से खाद दिए जा रहे हैं. जिसके कारण स्टॉक का सही पता नहीं चल पा रहा है. यही कारण है कि जिले के शासकीय पोर्टल में पीओएस मशीन की एंट्री नहीं होने से वास्तिक आंकड़ा प्रदर्शित नहीं हो रहा है. जिससे तमाम समस्याएं उत्पन्न हो रही है.

जिले में 102 समितियों के माध्यम से जारी है सप्लाई

जिला नोडल अधिकारी ने बताया कि खरीफ सीजन वर्ष 2020-21 के लिए, बेमेतरा जिले में 102 सेवा सहकारी समितियों में यूरिया 10 हजार 595 बोरी, सुपर फास्फेट की 3 हजार 431, डीएपी 9 हजार 984, एनपीके 1972, पोटाश 3 हजार 506 सहित कुल 29 हजार 489 टन उर्वरकों का जिले में भंडारण किया गया है

समितियों को दिये गए पीओएस में एंट्री के निर्देश: उपसंचालक

बेमेतरा कृषि विभाग के उपसंचालक एमडी मानकर ने बताया कि किसान लगातार खाद नहीं मिलने की शिकायत कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि गोदामों के निरीक्षण के दौरान पाया गया है कि पीओएस मशीन में एंट्री नहीं होने की वजह से स्टॉक पर्याप्त दिखा रहा है. लेकिन खाद की कमी पाई गई. उन्होंने बताया कि पीओएस मशीन के माध्यम से ही उर्वरकों की बिक्री करना अनिवार्य है. लेकिन कुछ समितियां उर्वरक बिक्री में लापरवाही कर रही हैं. पीओएस मशीन होने के बावजूद किसानों को उर्वरक की ऑफलाइन बिक्री की जा रही है. जिसको ध्यान में रखते हुए संबंधित अधिकारियों को स्टॉक की जांच करने के निर्देश दिए गए हैं.