कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): छत्तीसगढ़ के जांजगीर चाम्पा जिले के ग्राम बेलादुला पिता प्रेमदास कुर्रे का 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया, उनके पुत्र का कुछ दिन पहले ही सर्गवास हो गया था, अब केवल 5 बेटियां हैं। पुत्र के नहीं होने पर बेटियों ने ही पिता की अर्थी को कंधा दिया और मुखाग्नि देकर अपना फर्जी अदा किया।
जिस पिता का हाथ पकड़कर चलना सीखा। लाड प्यार से पाला, बड़ा किया। अपने पैरों पर खड़ा किया। उसी पिता की अर्थी को 5 बेटियों ने कंधा देकर विदा किया तो लोगों की आंखें नम हो गईं। जिस पिता ने उन्हें लड़कों की तरह पाला पोसा उस पिता का कर्ज उतारने के लिए लाड़ली बेटियों ने पिता के शव को ना केवल कंधा दिया बल्कि श्मशान घाट जाकर मुखाग्नि देकर अंतिम संस्कार भी किया। गमगीन माहौल के बीच पुरुष प्रधान समाज के सामने बेटियों ने एक उदाहरण पेश कर बता दिया कि लड़का-लड़की एक समान होते हैं। इस दृश्य को जिसने भी देखा उसकी आंखों से आंसू नहीं रुक रहे थे। वहीं बेटियों की इच्छा के सामने सभी लोगों ने हामी भर दी और बेलादुला शमसान घाट पर पूरे विधि विधान के साथ बेटियों ने उनका अंतिम संस्कार किया।