रायगढ़(सेंट्रल छत्तीसगढ़) : भले ही सरकार और सरकारी व्यवस्था संवेदनशील होने का दावा करती हो, मगर अक्सर वह मानवता दिखाने में चूक जाती है. ओडिशा के रायगढ़ स्थित जिला अस्पताल में एक बार फिर हॉस्पिटल प्रशासन एक पिता के लिए बेरहम बन गया. एक शख्स के 9 साल के बेटे की मौत जिला अस्पताल में हो गई. मौत के बाद अस्पताल प्रशासन ने शव वाहन तो मुहैया नहीं कराया बल्कि शव जल्द ले जाने का दबाव बनाया. ऐसे बुरे हालात में वह शख्स अपने बेटे का शव को कंधे पर ही रखकर रवाना हो गया. रास्ते में सभी उसे घूरते रहे और वह बाप दिल पर पत्थर रखकर अपने कलेजे के टुकड़े की लाश लेकर रोड पर चलता रहा. रास्ते में किसी राहगीर ने उसका वीडियो बना लिया, तब जाकर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई.
जब घटना का एक वीडियो वायरल हो गया, जिस पर जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों की नींद टूटी. जिला मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ लालमोहन रौतराई ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं. बेटे का शव कंधे पर ढोने वाले पिता की पहचान रायगढ़ जिला निवासी सुरधर बेनिया के तौर पर हुई है. उसके 9 साल के बेटे आकाश बेनिया की मौत रायगढ़ के हरिजन शाही इलाके में हुई थी. रविवार रात बेटे आकाश की हालत खराब होने पर सुरधर उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ले गए थे.
उस समय हॉस्पिटल की कैजुअल्टि में तैनात डॉ. राजेंद्र सोरेन ने बताया कि हॉस्पिटल पहुंचने से पहले ही आकाश की मौत हो गई थी. वह काफी समय तक बॉडी ले जाने के लिए मदद का इंतजार करता रहा. जब कोई सुविधा नहीं मिली तो वह अपने कंधों पर बेटे के शव को ले जाने के लिए मजबूर हो गया.