बीजापुर कलेक्टर ने विभिन्न क्षेत्रों के मांझी-चालकों के साथ बैठक कर बस्तर दशहरा में शामिल नहीं होने का आग्रह किया, जिसे मांझी-चालकों ने सर्वसहमति से स्वीकार किया.

बीजापुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) : कोरोना वैश्विक महामारी के चलते बस्तर दशहरा में अनावश्यक भीड़ को नियंत्रित करने के लिए शासन-प्रशासन की तरफ से कई उपाय किए जा रहे हैं. जिससे बरसों से चली आ रही रीति-रिवाज का क्रम भी न टूटे एवं वैश्विक महामारी कोविड-19 का संक्रमण आम लोगों में भी न पहुंचे.इसी उद्देश्य से कलेक्टर रितेश कुमार अग्रवाल ने क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों की मौजूदगी में बीजापुर जिले के विभिन्न क्षेत्रों के मांझी-चालकी की बैठक ली और उन्हें कोरोना महामारी के संक्रमण की स्थिति से अवगत कराया. बैठक में कलेक्टर ने मांझी चालकों से इस बार बस्तर दशहरा में शामिल नहीं होने का आग्रह किया.

manjhi-chalki will not join bastar dussehra in bijapur
इस बार बस्तर दशहरा में शामिल नहीं होंगे मांझी-चालकी

बस्तर दशहरा में शामिल नहीं होंगे मांझी-चालकी

हालांकि बीजापुर जिले के मांझी-चालकी बैठक से पूर्व ही सर्वसहमति से निर्णय ले चुके थे कि इस परिस्थिति में जहां पूरा देश-प्रदेश कोरोना महामारी के चपेट में है और संक्रमण बढ़ता जा रहा है. सुदुर क्षेत्रों में भी कोरोना का संक्रमण बढ़ा हुआ, जिसकी वजह से इस बार बीजापुर जिले के विभिन्न परगना के मांझी-चालकी बस्तर दशहरा में शामिल नहीं होंगे.

मांझी-चालकी ने अपनी समस्याएं कलेक्टर को बताई

मांझी-चालकी ने कलेक्टर से उनको मिलने वाला मानदेय सहित अन्य सामग्री बीजापुर में उपलब्ध कराने का आग्रह किया है. जिसको कलेक्टर ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए मानदेय का भुगतान कराने को कहा. कलेक्टर मांझी-चालकी से उनके गांवों के बारे में जानकारी लेते हुए उनकी समस्याओं से भी अवगत हुए. जिसमें ग्रामीणों की विभिन्न समस्याओं का निराकरण करने बैठक की गई. बैठक के बाद संबंधित विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया गया.बैठक में मुख्य रूप से जिला पंचायत अध्यक्ष शंकर कुड़ियम, उपाध्यक्ष कमलेश कारम, अनुविभागीय अधिकारी एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे.