बिलासपुर( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): कोरोना काल में लोग वर्चुअल माध्यमों का अधिक प्रयोग कर रहे हैं. अब तो शादी भी ऑनलाइन हो रही है. बिलासपुर की बेटी हर्षिता की भी ऑनलाइन शादी हुई है. इसमें पंडित ने वर्चुअल माध्यम से कराई है. बिलासपुर से पंडित ने मंत्र पढ़कर वर-वधू को परंपराएं समझाई. दोनों ने स्वीडन में सात फेरे भी लिए.
बिलासपुर की बेटी हर्षिता और रोहित जोशी की ऑनलाइन हुई शादी
कोरोना संक्रमण के दौर ने मानव जीवन के रहन-सहन पर गहरा प्रभाव दिखाया है.अब कई कार्यक्रमों के स्वरूप बदल गए हैं. बैठक जैसी तमाम गैदरिंग को ऑनलाइन माध्यम से पूरा करने की कोशिश की जा रही है. अब शादियां भी ऑनलाइन देखने को मिल रही है.
100 रिश्तेदार हुए शादी में शामिल
दरअसल कोरोना की वजह से हर्षिता की शादी लगातार टल रही थी. कभी भारत में लॉकडाउन तो कभी स्वीडन में कोविड प्रोटोकॉल की वजह से परेशानी हो रही थी. ऐसे में परिवार ने तकनीक के साथ हाईटेक शादी करने का फैसला लिया. 20 जून रविवार को स्वीडन में 25 साल की हर्षिता और 28 साल के रोहित जोशी की शादी ऑनलाइन हुई. परिवार के लोग भी ऑनलाइन ही शादी में शामिल हुए. शादी में लगभग 100 रिश्तेदार भी शामिल हुए. सभी रिश्तेदारों ने शादी में ऑनलाइन शामिल होकर वर-वधू को आशीर्वाद दिया है.
स्वीडन में दूल्हा-दुल्हन और बिलासपुस से ऑनलाइन शादी
हर्षिता के पिता, पप्पू तिवारी का कहना है कि बेटी और दामाद दोनों ही स्वीडन में टीसीएस में बतौर इंजीनियर काम करते हैं. दोनों ने साथ-साथ पढ़ाई की और साथ ही साथ नौकरी शुरू की थी. कोरोना काल शुरू होने के बाद 2020 में हर्षिता और रोहित इंडिया आए थे. तब 18 अक्टूबर 2020 को कोरोना प्रोटोकाल के तहत सगाई की गई थी. उनके पिता ने बताया कि उन्हें उम्मीद थी कि कुछ महीने बाद सब कुछ नॉर्मल होगा और बेटी की शादी धूमधाम से होगी. लेकिन ऐसा नहीं हो सका.
दोनों परिवारों ने तय किया कि होगी ऑनलाइन शादी
पिता ने बताया कि कोरोना के बढ़ते संक्रमण की वजह से हर्षिता की कंपनी ने उसे वर्क फ्रॉम होम करने कहा तो हर्षिता बिलासपुर में ही रुक गई. रोहित 25 अक्टूबर को स्वीडन चला गया. इसके बाद का इंतजार काफी लंबा थी. रोहित के माता-पिता ओमप्रकाश जोशी और मधु जोशी भी दोनों की शादी के लिए इंतजार कर रहे थे. ऐसे में 15 जून को हर्षिता स्वीडन चली गई. तब दोनों परिवार ने तय किया कि बच्चों की ऑनलाइन शादी कराई जाए.
बिलासपुर से पंडित ने पूरे किए रस्म
भारत और स्वीडन के समय में तीन से चार घंटे का फर्क होता है. परिवार की सहमति से 20 जून को विवाह का मुहूर्त निकला. बिलासपुर में भारत की टाइमिंग के मुताबिक रात 7:30 बजे से शादी की रस्म शुरू हुई. पंडित बिलासपुर से ही मन्त्रोच्चार करते रहे और पूजा की विधि समझाते गए. उन्हें हर्षिता और रोहित फॉलो करते रहे. करीब ढ़ाई घंटे में विवाह संपन्न हुआ. हर्षिता और रोहित ने स्वीडन में दिन की रोशनी में जश्न मनाया. बिलासपुर में परिवार ने घर पर बने लजीज खाने के दावत का मजा लिया.
बढ़ रहा ऑनलाइन शादी का प्रचलन
कोरोना काल के शुरुआती दौर में 20 अप्रैल 2020 को भी ऐसी ही एक शादी हुई थी. यहां मुंबई में दूल्हा और बरेली में दुल्हन थी, रायपुर में बैठे पंडित ने मंत्र पढ़े थे. इसे छत्तीसगढ़ की पहली ऑनलाइन शादी कह सकते हैं. रायपुर के शंकर नगर में रहने वाले संदीप डांग के बेटे सुषेण का विवाह बरेली के कृष्ण कुमार नारंग की बेटी कीर्ति के साथ दो साल पहले तय हुआ था और 19 अप्रैल को डेस्टिनेशन वेडिंग होनी थी, इसके लिए उत्तराखंड के एक रिजॉर्ट्स को बुक भी किया गया था. लेकिन कोरोना के कारण लगे लॉकडाउन में शादी ऑनलाइन की गई.