बालोद (सेंट्रल छत्तीसगढ़) साकेत वर्मा : सितंबर महीने मेंरायपुर से लेकर केवटी तक जाने वाली ट्रेन सेवा को रेलवे प्रबंधन ने शुरू किया था. 1 महीने के बाद ही रेलवे को ट्रेन सेवा बंद करनी पड़ी.यात्रियों की रूचि ट्रेन सेवा को लेकर काफी कम रही और इसी दरमियान रायपुर-दुर्ग-बालोद जैसे जिलों में लॉकडाउन भी लागू कर दिया गया, जिसकी वजह से ट्रेन सेवा दम तोड़ती नजर आई. हाल यह हुआ कि सितंबर के आखरी आते तक ट्रेन सेवा को बंद कर दी गई. अब दोबारा इस जगह से रेल सेवा कब शुरू होगी यह रेलवे प्रबंधन भी नहीं बता पा रहा है.
4 सितंबर को रायपुर से लेकर केवटी तक 5 महीने के अंतराल के बाद ट्रेन दौड़ी थी. एक महीने बाद ट्रेन की सेवा को रेलवे प्रबंधन बंद करने जा रहा है. रेलवे प्रबंधन ने बंद करने के पीछे यह हवाला दिया है कि यात्रीगण अपेक्षाकृत कम आ रहे हैं, जिसके चलते रेलवे को काफी घाटा उठाना पड़ रहा है. इतने घंटे में ट्रेन का संचालन करना सही नहीं रहेगा, इसलिए इस सेवा को बंद करने का निर्णय लिया गया है. बीते 1 महीने में यह ट्रेन रायपुर से केवल एक चक्कर ही कर पाती थी, इसमें भी दल्लीराजहरा, डौंडी आदि वनांचल क्षेत्र शामिल होते थे अब दोबारा इस सेवा को बंद कर दिया गया है.
बालोद रेल सेवा बंद
नहीं आ रहे यात्री
1 अक्टूबर से रेलवे ने अपनी सेवाओं को बालोद जिला सहित आसपास के क्षेत्रों में बंद कर दिया है. इस बात से अनजान लोग आज भी रेलवे स्टेशन की ओर रुख किए हुए थे, लेकिन टिकट काउंटर को ही रेलवे प्रबंधन ने बंद कर दिया है. इस मामले में जब मुख्य स्टेशन मास्टर से चर्चा की गई तो उन्होंने यात्रियों की अपर्याप्त संख्या को इसका कारण बताया और यह भी कहा कि उच्च स्तर पर इसका फैसला लिया गया है वहीं जब हमने टिकट काउंटर से यात्रियों के संदर्भ में जानकारी ली, तो उन्होंने बताया कि रोजाना 9 हजार रुपये के आसपास ही टिकट बिक्री होती थी जो कि ट्रेन संचालन के लिए पर्याप्त नहीं है.