कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) आयुष सिंह/ बांकीमोंगरा: कोरबा नगर पालिक निगम के वार्ड नं 66 के वार्ड वासी अपनी ही पार्षद कमला बरेठ की निष्क्रियता को लेकर काफी परेशान नज़र आ रहे हैं. बांकी मोंगरा के वार्ड 66 गायत्री नगर के रहवासी विभिन्न मूलभूत सुविधाओं के लिए नगर पालिक निगम का मुंह ताक रहे हैं. कमला बरेठ को पार्षद बने लगभग लगभग ढाई साल बीत चुके हैं, लेकिन आज तक वार्ड की तस्वीर नहीं बदली. सफाई व्यवस्था समेत पेयजल, नाली की समस्या तथा बिजली का बुरा हाल है. वार्ड में कोई काम नहीं होने से वार्डवासी इतने क्षुब्ध हैं कि वे पार्षद की कार्यशली पर सवाल उठा रहे हैं. वार्डवासियों ने आरोप लगाया कि वार्ड में महिला पार्षद कमला बरेठ है, उन्होंने ढाई साल में केवल एक या दो बार वार्ड भ्रमण किया मुश्किल से किया होगा. जब इस संबंध में लोगों से जानकारी ली गई तो लोगों ने बताया कि पार्षद पति का कहना है कि नगर पालिक निगम में सरकार पैसा नहीं दे रही तो काम कैसे किया जाएगा.
बांकीमोंगरा के वार्ड 66 गायत्री नगर के रहवासियों ने कहा कि वार्ड की समस्या दूर करने जनप्रतिनिधि चुने तो जरुर हैं, पर विगत ढाई साल में 1 से 2 बार ही पार्षद ने वार्ड भ्रमण किया है. सफाई कर्मी वार्ड में आते जरूर हैं, लेकिन आधा-अधूरा काम कर चलते बनते हैं. बारिश से पहले ही सफाई होती है, बाकी समय यह वार्ड उपेक्षित पड़ा रहता है. नाली टूटने व नाली में पानी जाम होने की वजह से वार्ड के लोग मच्छरों और दुर्गंध से परेशान रहते हैं. पार्षद की निष्क्रिता को लेकर वार्ड की महिलाओं में ज्यादा रोष है और उन्हें ऐसा लग रहा है कि कमला बरेठ को पार्षद चुनकर शायद गलती कर दी है.
पानी टँकी का जर्जर चबूतरा बन सकता है दर्घटना का कारण
वार्ड 66 गायत्री नगर की महिलाओं ने पार्षद कमला बरेठ पर आरोप लगाते हुए बताया कि आज लगभग डेढ़ साल से पानी टंकी के लिए बने चबूतरे के निचला हिस्सा पूरी तरह जर्जर हो चुका है. जिससे कभी भी भरे पानी के टंकी जर्जर चबूतरे के टूटने से बड़ी दुर्घटना होने की आशंका है. इसकी शिकायत कई दफा पार्षद कमला बरेठ को किया जा चुका है लेकिन अभी तक इस पर ध्यान नहीं दिया गया है. जब भी पार्षद के पास जाओ तो उनके पति कहते है कि शासन द्वारा नगर निगम को में पैसे नहीं आ रहे तो काम कैसे किया जाएगा. जबकि पार्षद कमला बरेठ द्वारा कभी भी वार्ड भ्रमण कर वार्ड की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया गया है.
हमारी समस्या नाली को लेकर भी है. गायत्री नगर की नालियां कई जगह पर पूरी तरह जर्जर हो चुकी है. लोगों को अपनी सुविधा के लिए स्वयं से घर के सामने की नाली को बनाना पड़ा है. लेकिन इसकी सफाई सालभर में एक बार होती है. इससे उठने वाली दुर्गंध से हम परेशान हैं. न पार्षद हमारी सुनती है, न महापौर. हम कई बार अपनी समस्या इनके सामने रख चुके हैं, पर आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया. समय रहते मांगे पूरी नहीं हुई, तो विरोध प्रदर्शन करेंगे.