रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): प्रदेश के कई जिलों में इस हफ्ते की शुरुआत में जमकर बारिश हुई. इस दौरान आंधी-तूफान और बारिश से भारी नुकसान भी हुआ. मौसम विभाग का कहना है कि छत्तीसगढ़ के मौसम में द्रोणिका चक्रवात का असर दिखाई दे रहा है. जिसकी वजह से बेमौसम बरसात का सिलसिला जारी है. हालांकि मौसम विभाग ने जानकारी दी कि प्रदेश के बस्तर जिले में 10 जून से मानसून प्रवेश कर सकता है. इसके अलावा छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्र में आज फिर मौसम में बदलाव देखने को मिल सकता है. प्रदेश के एक-दो जगहों पर गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है. इस हफ्ते द्रोणिका और चक्रवात के कारण हुई बेमौसम बरसात से अधिकतर जिले में गर्मी से राहत देखी गई.
गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि आज प्रदेश के एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ छींटे पड़ सकते हैं, साथ ही कई जगह आंधी और आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना बनी हुई है. मौसम के इस बदलाव के बीच प्रदेश के अधिकतम तापमान में कुछ खास परिवर्तन की संभावना नहीं है. पिछले तीन दिनों से प्रदेश के अधिकतर जिलों का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
मौसम विभाग का कहना है कि एक चक्रीय चक्रवाती घेरा विदर्भ के ऊपर 1.5 किलोमीटर की ऊंचाई तक स्थित है. प्रदेश में बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है, जिसकी वजह से प्रदेश के कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बारिश और आंधी चलने की संभावना है, साथ ही आकाशीय बिजली भी गिर सकती है.
केरल से 10 दिनों में छत्तीसगढ़ पहुंचेगा मानसून
केरल से मानसून के छत्तीसगढ़ पहुंचने में 10 दिनों का समय लगता है. मौसम विभाग के अनुमान के मुताबिक 31 मई को जब मानसून केरल पहुंचेगा. उसके 10 दिनों में ही बस्तर में मानसून प्रवेश की संभावना है. मानसून हिंद महासागर और अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आने वाली हवाओं को कहा जाता है, जिनकी वजह से भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अन्य देशों में बारिश होती है. ये हवाएं चार महीने तक सक्रिय रहती हैं.
15 जून तक राजधानी रायपुर पहुंचेगा मानसून
रायपुर के लालपुर स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के मौसम वैज्ञानिक एचपी चंद्रा ने बताया कि 4 महीने की वर्षा ऋतु का पूर्वानुमान जारी कर दिया गया है. चंद्रा ने बताया कि केरल में 31 मई तक मानसून का प्रवेश होगा. केरल से 10 जून तक बस्तर संभाग से मानसून का छत्तीसगढ़ में प्रवेश होगा. इसके बाद 15 जून तक मानसून के राजधानी रायपुर तक पहुंचने का अनुमान है.