रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़): राजधानी रायपुर में दूसरे की जमीन का फर्जी मालिक (fictitious owner of land) बनकर लाखों की ठगी का मामला आया है. ठगों ने किसान की जमीन बताकर फर्जी इकरारनामा तैयार कर 20 लाख में सौदा कर दिया. जमीन का सौदा करने के बाद नकद और चेक के माध्यम से लिए 20 लाख रुपए ले लिया गया. फर्जी कागजात (fake land in raipur) तैयार कर टिंबर कारोबारी राजेश गिदवानी को जमीन भी को बेच दी गई. खमतराई पुलिस (Khamtrai Police) ने आरोपी विजय सिसोदिया, राजीव दत्ता, झाडूराम यादव और पुन्नू केवट को गिरफ्तार किया है.
खमतराई पुलिस ने दी जानकारी
खमतराई पुलिस (Khamtrai Police) ने बताया कि पाटीदार भवन के पीछे करीबन 22 हजार वर्गफुट खाली जमीन है. आरोपी विजय सिसोदिया पिछले 5-6 साल से कारोबारी राजेश गिदवानी से संपर्क कर रहा था. कारोबारी ने जब जमीन के मालिक के बारे में पूछा तो आरोपी विजय सिसोदिया ने जमीन को किसानों के नाम से होना बताकर सौदा कराने की बात कही. इसी बीच विजय सिसोदिया अपने साथी राजीव दत्ता के साथ आकर जमीन का कागजात दिखाया.
आरोपियों ने कारोबारी को लगाया चूना
आरोपी ने झाडू राम, पुनऊ और कोंदा के नाम से जमीन होना बताया था. कारोबारी को अपने झांसे में लेकर जमीन का एग्रीमेंट करा लिया. उसके बाद जमीन का सौदा 700 रुपए प्रति वर्ग फीट के हिसाब से इकरारनामा तैयार कराया गया, जिसके बाद कारोबारी ने बतौर एडवांस आरोपियों को 5 लाख रूपए नकद दिया और चेक के माध्यम से 15 लाख रुपए दिए. आरोपी कारोबारी के सामने फर्जी किसानों को लेकर आए थे. इस तरह से ठगों ने जमीन का सौदा करने के नाम पर 25 लाख रुपए ले चुके थे.
आरोपियों पर कारोबारी को हुआ शक
जब कारोबारी को किसानों ने जमीन के संबध में अपना आधार कार्ड दिया तो उसमें तीनों किसानों के जन्मतिथि और महीना एक ही था. जिससे कारोबारी को शक हुआ, जिसमें से एक किसान से पता चला कि वह जमीन का भूमि स्वामी नहीं हैं. कारोबारी के पता करने पता चला कि किसान झाडूराम कोंदा और पुन्नु का फर्जी आधार कार्ड और दस्तावेज विजय सिसोदिया, राजीव दत्ता, किसान झाडूराम, और पुन्नु केवट ने मिलीभगत कर जमीन का सौदा किया.
खमतराई थाना प्रभारी विनीत दुबे ने बताया कि दूसरे की जमीन को खुद का बताकर ठगी करने की शिकायत मिली है. इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही अन्य आरोपियों की तलाश की जा रही है. आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. आरोपियों से पूछताछ में ठगी के और भी मामले सामने आ सकते हैं. पुलिस ने 5 लाख रुपए जिस बैंक के खाते में जमा था उसे ब्लॉक करा दिया. अब तक आरोपियों ने कारोबारी को 20 लाख रुपए का चूना लगाया है.