कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना:- 24 फरवरी 2021/राज्य साक्षरता मिशन के अंतर्गत पढ़ना-लिखना अभियान के तहत जिले के चिन्हांकित एक हजार चार स्वयं सेवी शिक्षकों का दो दिवसीय राज्य स्तरीय ऑनलाइन प्रशिक्षण संपन्न हुआ। प्रशिक्षण के दूसरे दिन राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण की तरफ से श्री प्रशांत पाण्डेय एवं श्री दिनेश टांक के द्वारा पढ़ना-लिखना अभियान के विविध पहलुओं के बारे में जानकारी दिया गया। उन्होंने बताया कि असाक्षरों को साक्षर बनाना हमारा केवल शासकीय कार्य नहीं है बल्कि समाज सेवा भाव से समाज में शिक्षा का अलख जगाना उद्देश्य है। प्रशिक्षण का उद्देश्य असाक्षरों को उनकी परंपरा, लोक कला एवं लोकगीत के माध्यम से उनकी बोली-भाषा में बताकर साक्षर बनाना है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डाॅ. मंजित कौर श्री सत्यराज अय्यर, श्रीमती निधि अग्रवाल, सुश्री नेहा शुक्ला एवं श्री सुनील राॅय के द्वारा योजना के सफल क्रियान्वयन संबंधी आवश्यक तथ्यों से अवगत कराया गया।
जिला परियोजना अधिकारी जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण कोरबा ने बताया कि प्रशिक्षण का आयोजन संचालक राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर श्री डी. राहूल वेंकट के मार्ग दर्शन में 23 फरवरी से 24 फरवरी तक किया गया। राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण रायपुर के द्वारा पढ़ना-लिखना अभियान के सफल एवं गुणवत्ता पूर्ण संचालन की अपेक्षा रखते हुए स्वयं सेवी शिक्षकों का ऑनलाइन प्रशिक्षण कराया गया है। केन्द्र प्रवर्तित योजना पढ़ना-लिखना अभियान का आगाज असाक्षरों को चिन्हांकित कर साक्षर करने के उद्देश्य से किया गया है। इसके लिए 14 दिसंबर 2020 से 22 दिसंबर 2020 तक अभियान चलाकर चयनित ग्राम पंचायतों, नगर पालिका एवं नगर निगम के वार्डों से असाक्षरों का चिन्हांकन कर पोर्टल में एंट्री किया गया है। पढ़ना-लिखना अभियान के तहत लगभग 10 हजार 424 असाक्षरों को चिन्हांकित कर पोर्टल में एंट्री किया गया और प्रति 10 असाक्षरों के पीछे एक स्वयं सेवी शिक्षक का चयन किया गया है।