कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)विनोद उपाध्याय:- पाली विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत कासियाडीह (झांझ) के आश्रित ग्राम गाड़ाघाट धनवार पारा के निवासियों का कहना है प्राथमिक शाला स्कूल में पदस्थ श्रीमती अमृत बाई जगत को हटाकर किसी दूसरे शिक्षक की मांग ग्रामीणों के द्वारा किया गया था क्योंकि अमृत बाई जगत लगभग 20 वर्षों से गाड़ाघाट धनवार पारा में पदस्थ तौर पर है ग्रामीण महिला व पुरुषों ने यह भी कहा हमेशा आदिवासी धरवार परिवार के लोगों के बीच लड़ाई झगड़ा कराती रहती है जिसे लेकर मोहल्ला के लोगों के द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी एवं कलेक्टर से मांग किए है, ऐसे शिक्षिका के ऊपर कार्यवाही करते हुए किसी अन्य स्थान पर भेजा जाए और उनकी ग्राम गाड़ाघाट में किसी दूसरे शिक्षक को भेजा जाए इसके बावजूद भी अभी तक गांव वाले की मांग पूरी नहीं हुई हमेशा की तरह फिर अमृत बाई जगत प्राथमिक शाला स्कूल गाड़ाघाट धनवार पारा में आ रही है ग्रामीणों ने एक बैठक में प्रस्ताव किया कि जब तक अमृत बाई जगत स्कूल में पढ़ाने आएगी तब तक अपने बच्चों को स्कूल पढ़ाई करने के लिए नहीं भेजेंगे भले ही नजदीक के गांव सिरली ,या बोईदा भेजने के लिए तैयार हैं लेकिन जब तक अमृत बाई जगत गाड़ाघाट में पढ़ाने आएगी तब तक अपने बच्चों को स्कूल नहीं भेजेंगे आज 2 दिन हो गया है इस स्कूल में कोई भी बच्चे पढ़ाई करने नहीं जा रही है केवल शिक्षक ही स्कूल में दिन भर बैठ कर समय बिता रहे हैं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस और ध्यान में रखते हुए लोगों की मांग पूरी करनी चाहिए ताकि आदिवासी धनवार बच्चों को सही एवं उचित शिक्षा मिल सके आज अमृत बाई जगत के आने से बच्चे स्कूल जाना बंद कर दिए हैं अब देखना होगा कि आदिवासी धनवार परिवार के लोगों की मांग कब तक पूरी होती है ।।