कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- गर्भवती एवं शिशुवती माताओं और बच्चों का स्वास्थ्य एवं पोषण सुनिश्चित करने के लिए जिले में सितंबर महीना राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण माह के 15वें दिन जिले के एक हजार 300 से अधिक आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया और जिले को कुपोषण मुक्त करने के लिए जन-जागरूकता का प्रसार किया गया। इन गतिविधियों में लगभग 27 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया। पोषण माह के पंद्रहवें दिन बेहतर पोषण एवं स्वास्थ्य सुनिश्चित करने के लिए आंगनबाड़ी केंद्रों में पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस प्रतियोगिता में गर्भवती महिलाएं शामिल थी। प्रतियोगिता के माध्यम से विभिन्न व्यंजनों में पाए जानें वाले पोषक तत्वों के बारे में भी महिलाओं को जागरूक किया गया। पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता के माध्यम से महिलाओं को खान पान में इस्तेमाल होने वाले जरूरी साग सब्जियों एवं फलों के सेवन के बारे में भी जानकारी दी गयी। पोषक व्यंजन प्रतियोगिता में खनिज एवं पोषक तत्वों से भरपूर साग-सब्जियों, अंकुरित अनाजों की प्रदर्शनी भी लगाई गई। प्रतियोगिता के दौरान पोषक तत्वों से भरपूर स्थानीय व्यंजनों को बनाया गया तथा उन व्यंजनों के महत्व के बारे में भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा जानकारी दी गई। इस दौरान गर्भवती एवं शिशु वती महिलाओं को बताया गया कि उचित खान-पान से शिशु के साथ-साथ स्वयं के भी शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य को ठीक रखा जा सकता है। पंद्रहवें दिन जच्चा-बच्चा स्वास्थ्य सुनिश्चित करने लोगों को संकल्प लिया गया। इस दिन जिले के सभी दस एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं में लगभग 27 हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।
पंद्रहवें दिन गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को खान-पान, रहन-सहन, स्वच्छता सम्बन्धी सम्पूर्ण स्वास्थ्य गत जानकारी प्रदान की गई ।इस दिन आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूलों, ग्राम पंचायतों एवं सामुदायिक स्थानों लोगों को स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूक करने तथा स्वस्थ एवं खुशहाल जीवन के लिए महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण का विशेष ध्यान देने के लिए प्रोत्साहित किया गया। इस वर्ष पोषण माह के 4 मुख्य थीम के अनुसार गतिविधियां आयोजित की जा रही है। इसमें प्रथम सप्ताह पोषण वाटिका का विकास, द्वितीय सप्ताह बेहतर पोषण हेतु योग एवं आयुष, तृतीय सप्ताह आंगनवाड़ी केंद्रों में पोषण किट वितरण, चतुर्थ सप्ताह गंभीर कुपोषित बच्चो का चिन्हांकन एवं पोष्टिक आहार वितरण कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है।
एक सितंबर से शुरू हुए राष्ट्रीय पोषण माह में प्रत्येक दिन विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। जिले के सभी 10 परियोजनाओं बरपाली, चोटिया, हरदीबाजार, करतला, कटघोरा, कोरबा शहरी एवं ग्रामीण, पाली, पसान तथा पोड़ी-उपरोड़ा के आंगनबाड़ी केन्द्रों में पोषण आधारित गतिविधियों का आयोजन किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि पोषण माह के पंद्रहवें दिन जिले के आंगनबाड़ी केन्द्रों में जनप्रतिनिधियों, परियोजना अधिकारी, महिला पर्यवेक्षकों, आंगनबाड़ी सहायिकाओं की उपस्थिति में पौष्टिक व्यंजन प्रतियोगिता के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों को स्वास्थ्य एवं पोषण के प्रति जागरूक कर कुपोषण मुक्ति का संदेश दिया गया।