कोरबा. कोरबा ( सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ) हिमांशु डिक्सेना /पाली :- इन दिनों विश्वव्यापी कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देश में चारो ओर कोहराम मचा हुआ है और सरकार द्वारा इससे बचाव के लिए धारा 144 एवं लॉकडाउन लागू कर अनेको जतन करते हुए राहत कार्य में लगी हुई है। वहीं एक पोल्ट्रीफार्म संचालक सरकार के दिशा-निर्देश का खुला उलंघन कर दो दिनों से लोगों को फ्री में मुर्गा बाँट रहा है।जहाँ मांसप्रेमियों का भीड़ जमकर इकट्ठा हो रहा है।
पाली विकासखण्ड अंतर्गत ग्राम पंचायत अलगीडाँड़ के कलमीपारा मोहल्ला में अमीरसिंह कंवर निवासरत है।जहाँ बस्ती में ही वह गत कई वर्ष से पोल्ट्रीफार्म का संचालन करते आ रहा है।बीते शुक्रवार 10 अप्रैल को सुबह अमीरसिंह अपने पोल्ट्रीफार्म से मुर्गा को फ्री में बांटने लगा जिसकी खबर लगते ही ग्रामीण मुर्गा लेने इकट्ठे होने लगे और यह खबर गाँव से बाहर चली गई।फिर क्या था अलगीडाँड़ के आसपास स्थित ग्राम कपोट, सोनारडीह, पोटापानी, डूमरकछार, मादन, सैला, भंडारखोल सहित अन्य समीपतम ग्राम के मांसप्रेमी फ्री का मुर्गा लेने पहुँच गए।जिसमे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक शामिल थे और जिन्हें जितना मुर्गा ले जाते बना ले गए।इस बीच मुर्गा लेने की होड़ में जमकर भीड़ इकट्ठी हो गई।जिसकी सुचना ग्राम के कुछ जागरूक ग्रामीणों द्वारा पाली तहसीलदार को फोन के माध्यम से दी गई जहाँ तहसीलदार के अधीनस्थ प्रशासनिक टीम मौके पर पहुँची और पोल्ट्रीफार्म संचालक को समझाइश देकर वापस चली गई।लेकिन संचालक पर अधिकारियों का समझाइश बेअसर साबित हुआ और आज फिर सुबह लगभग 5 बजे से पुनः की भांति संचालक फ्री में मुर्गा बांटने लगा जिसके कारण फिर भीड़ जमा होने लगी और बांटने का दौर 4 घण्टे यानि सुबह 9 बजे तक चला।संचालक के उक्त हरकत को लेकर ग्रामीणों ने डॉयल 112 को इस बाबत की सूचना दी।सूचना उपरांत 112 की टीम मौके पर तो जरूर पहुँची लेकिन पहले दिन की भांति संचालक को समझाइश देकर लौट गई।अभी भी पोल्ट्रीफार्म में काफी मात्रा में मुर्गा शेष है।जिसे संचालक बांटने के फिराक में है।इस कृत्य से जहाँ लॉकडाउन के साथ शासन के दिशा-निर्देश का जमकर उलंघन हुआ।वही संचालक ने घोर लापरवाही बरतते हुए लोगों की जान सांसत में डालने का भी काम किया।एक ओर जिला प्रशासन द्वारा कोरोना संक्रमण के फैलाव से लोगों को बचाने गंभीरता से एहतियात एवं सख्ती बरती जा रही है वही पोल्ट्रीफार्म संचालक द्वारा प्रशासनिक समझाइश को अनसुना कर अपनी मनमानी किया गया।संचालक पर ठोस कार्यवाही की जरुरत है अथवा वह अपनी मनमानी पुनः दोहराएगा जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ सकता है।