कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़ ) :- जहां केंद्र सरकार सभी शासकीय विभागों को दुरुस्त करने की पुरजोर कोशिश करने में लगा है। वहीं कुछ मातहत कर्मचारी शासन को ठेंगा दिखाते नजर आतें हैं मामला है कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा विकासखंड के मुख्य सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का, यहां के खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ दीपक सिंह अपने जिम्मेदार पद में होने के बावजूद हमेशा शराब के नशे में अस्पताल में रहतें हैं। तो वहीं इस स्वास्थ्य केंद्र के कुछ स्टाफ का भी हाल भी बुरा है, यहां की मुख्य अकाउंटेंट छाया अग्रवाल जोकि बिलासपुर में रहती हैं वो काफी अर्से से अस्पताल में नहीं आती हैं ,लेकिन बाकायदा अस्पताल के अटेंडेंट रजिस्टर में उनका हस्ताक्षर भी प्रतिदिन लगता है, और वेतन भी उनके एकाउंट में जाता है। क्योंकि यहां पर 15 वर्षों से जमें तृतीय वर्ग के बाबू हबीब खान, मैडमजी का बाकायदा हूबहू हस्ताक्षर कर उनका काम संभालता है। और तो और यहां पर एक्सरे टेक्निशियन पद पर एस.नीलम नियुक्त हैं, लेकिन वो अपना कार्य नहीं करतें हैं। जिससे यहां पर आने वाले मरीजों को एक्सरे कराने से वंचित होना पड़ता है। इस अस्पताल में दूरस्थ वनांचल क्षेत्र के ग्रामीण अपना इलाज कराने पंहुचतें है लेकिन अस्पताल का ऐसा हाल देखकर उन्हें निराश होना पड़ता है। यहां के निवासियों ने कुछ महीनों पहले कोरबा जिला कलेक्टर किरण कौशल के आकस्मिक निरीक्षण के दौरान उनसे यहां के डॉक्टरों तथा खण्ड चिकित्सा अधिकारी दीपक सिंग की शिकायत भी की थी, लेकिन अभी तक शासन प्रशासन द्वारा किसी प्रकार की कोई कार्यवाहीं नहीं कि गई। यहां यह साफ जाहिर होता है कि इस अस्पताल में अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक भ्रष्टाचार में पूर्ण रूप से लिप्त हैं…