पाली: शा. महाविद्यालय को UGC की सौगात.. हासिल की 12बी की मान्यता.. आधारभूत संरचना के अलावा शैक्षणिक विकास में मिलेगी मदद.. कम होगा जनभागीदारी पर बोझ.

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): कोरबा जिले के सबसे नए महाविद्यालय व अटल बिहारी वाजपेयी विश्विद्यालय से सम्बद्ध पाली के शासकीय नवीन महाविद्यालय ने विश्विद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) के मापदंडों को पूरा करते हुए 12बी की मान्यता हासिल करने में सफलता पाई है. महाविद्यालय प्रशासन इस मान्यता के लिए बीते दो वर्षों से निरंतर आवेदन कर रहा था लेकिन अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी को स्वयं यह मान्यता नही मिल सकी थी लिहाजा कॉलेज प्रशासन की मांग पर यूजीसी भी विचार नही कर रहा था. अब इस आहर्ता श्रेणी के पूरा होने से महाविद्यालय प्रबंधन में हर्ष व्याप्त है. उनका मानना है की इससे ना सिर्फ महाविद्यालय की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा बल्कि शैक्षणिक गतिविधियों व अनुसंधान को भी प्रोत्साहित किया जा सकेगा.

दरअसल यूजीसी एक्ट 1956 की धारा 2एफ के अंतर्गत देशभर के किसी भी कॉलेज को मान्यता दी जाती है वहीं धारा 12बी में रजिस्टर्ड कॉलेज को केंद्रीय अनुदान की पात्रता हो जाती है यानी, वह यूजीसी या किसी भी केंद्रीय विभाग से ग्रांट के लिए पात्र हो जाता है. इसके लिए कॉलेजों को तय संख्या में फैकल्टी की नियुक्ति करना होती है. बता दे कि बिलासपुर की अटल बिहारी वाजपेयी यूनिवर्सिटी स्थापना के बाद से लम्बे वक्त तक केंद्रीय अनुदान से वंचित था. जिसके कारण यूनिवर्सिटी को केंद्रीय योजनाओं का लाभ, केंद्र सरकार की तरफ से बड़े प्रोजेक्ट और अनुदान नहीं मिल रहे थे.

पाली के शासकीय महाविद्यालय में पदस्थ व्याख्याता ने बताया कि 12बी की मान्यता हासिल होने से कॉलेज के इंफ्रास्ट्रक्चरल, रिसर्च डेवलपमेंट, तकनीकों में बढ़ोतरी के द्वार खुल गए है. यूजीसी से विभिन्न विकास कार्य व शैक्षणिक गतिविधियों के लिए मद आबंटित होगा जिसका भरपूर उपयोग किया जा सकेगा. कॉलेज प्रशासन का मानना है कि पूर्व में फंड के लिए वे जनभागीदारी जैसी समितियों पर निर्भर थे. यह सीधे-सीधे छात्र, छात्राओं से प्राप्त शुल्क पर आधारित होता है.