कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- अस्पताल में बेटी जिंदगी के लिए मौत से संघर्ष कर रही, इधर मां ने बेटी के पति, सास और ससुर पर चाय में जहर मिलाकर देने और शरीर में मिट्टी तेल डालकर मारने की प्रयास का आरोप लगाकर थाने में रिपोर्ट कर कार्रवाई की मांग की है ।
रतनपुर थाना क्षेत्र के ग्राम सीस निवासी परसराम डिक्सेना की बेटी भावना डिक्सेना की शादी वर्ष 2016 में ग्राम मुनगाडीह थाना पाली, जिला कोरबा निवासी सुखरू उर्फ पुन्नी डिक्सेना के साथ सामाजिक रीति रिवाज से हुआ था।
पीड़ित की माँ आशा डिक्सेना का आरोप है कि ससुराल में शादी के 4 माह बाद आरोपी माधव डिक्सेना, ससुर सुखरू व सास पंचकुवर डिक्सेना ने दहेज में मोटर सायकल, नकद पचास हजार रुपए व जमीन की मांग कर उनकी बेटी के साथ मारपीट कर प्रताड़ित करने लगे। मारपीट में बेटी भावना के पेट व बच्चादानी में चोट आई थी जिसका इलाज समाधान नर्सिग होम बिलासपुर में इलाज हुआ था। मारपीट व प्रताड़ित करने की थाना रतनपुर मे रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी । इस पर अपराध दर्ज हुआ था इस घटना के बाद भावना अपने मायका सीस में ही रहने लगी। चार साल तक मायके में रहने पर आरोपियों ने बेटा को अपने साथ ले जाने की बात समाज में रखी , इसे लेकर 26 दिसम्बर 2021 को सुबह हमारे घर मुनगाडीह में बैठक रखी गई। जिसमे 16 गावों के समाज के लोग शामिल हुए थे।
अच्छे से रखने का दिया भरोसा।
समाज के सामने माधव डिक्सेना व आरोपियों ने भावना को अपने साथ ले जाने और अच्छे से रखने की बात कही। इस पर भरोसा कर भावना 26 दिसम्बर 2021 को ही शाम में समाज की उपस्थिति में अपने पति के साथ ससुराल सीस चली गई। 29 दिसम्बर को माधव ने फोन कर बताया कि भावना को पीने को चाय दिये उसके बाद उसकी तबियत ठीक नहीं है कुछ समय बाद फिर फोन कर बताया कि वह ठीक हो गई है।
बेटी मिली बेहोशी की हालत में
31 दिसम्बर 2021 को सुबह के 11 बजे समाज के संजय कलार फोन कर बताया कि भावना की तबितयत खराब हो गई है माधव उसे शासकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाली, जिला, कोरबा लेकर गया है। पड़ोसी के साथ हास्पिटल पाली पहुंची तो देखा बेटी बेहोशी की हालत में है। जहां पर उसका इलाज 2 जनवरी 2022 तक चला उसके बाद माधव छुट्टी कराकर मुनगाडीह ले आए। बेटी की हालत में कोई सुधार नहीं होने पर 4 जनवरी को माधव फिर इलाज के लिये पाली सामुदायिक केन्द्र लेकर गया, 05 जनवरी माधव ने बताया कि भावना की तबियत मे सुधार नहीं हो रहा है पाली सरकारी हास्पिटल गई तो डाॅक्टर ने उसे बिलासपुर इलाज के लिये ले जाने की सलाह दी।
चाय में मिलाकर पिलाया
आशा ने बताया उसे इलाज के लिये प्रथम हाॅस्पिटल बिलासपुर लेकर गई, जहाँ कुछ पल के लिए होश आने पर उसने बताया कि उसकी सास और पति ने चाय में कुछ मिलाकर दी थी मेरे शरीर पर मिट्टी तेल डाली है। पति उसके साथ मारपीट किया है उसके बाद वह बेहोस हो गई भावना का ईलाज बिलासपुर में निजी अस्पताल में चल रहा था अंततः भावना की मौत हो गई,ससुराल पक्ष के द्वारा मारपीट कर चाय में जहर मिलाकर देने का आरोप भावना के माता पिता द्वारा किया जा रहा है ,क्योंकि इससे पहले भी उनके सास ससुर व पति के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज किया गया था। जिसमे साफ लिखा है कि भावना को दहेज के लिए मारपीट किया जाता रहा है,और दहेज के लिए शारीरिक व मानसिक प्रताड़ित किया जाता था।
मामले पर रतनपुर पुलिस संज्ञान लेते हुए इस हत्या या आत्महत्या के आरोप की जांच में जुट गई है। पीड़ित पक्ष व ससुराल पक्ष के बयान को मद्देनजर मामला रतनपुर पुलिस दर्ज कर इस पर जांच में जुट गई है।