कोरबा (सेंट्रल छत्तीसगढ़):- एक शासकीय कर्मचारी अपनी पत्नी के मेडिकल क्लेम पाने के लिए दफ्तर के चक्कर काटते काटते सेवानिवृत्त भी हो गया लेकिन 4 वर्षों के बाद भी मेडिकल क्लेम का भुगतान नहीं हो पाया है।
जनपद पंचायत पाली में सहायक आंतरिक लेखा परीक्षण अधिकारी के पद पर कार्यरत राम कुमार जायसवाल ने अपनी धर्मपत्नी का स्वास्थ्य ठीक नहीं होने के पर वर्ष 2017 में फोर्टिस स्कॉट हॉस्पिटल रायपुर में इलाज कराया। जिसकी क्षति पूर्ति हेतु मेडिकल बिल देयक राशि 133000/- की देयक दिन 1/8/ 2017 एवं 12/9/ 2017 को कार्यालय मुख्य चिकित्सा अधिकारी से जांच कराकर जमा करायाथा। किंतु 4 वर्ष की अवधि व्यतीत होने के पश्चात आज तक चिकित्सा क्षतिपूर्ति राशि प्रदान नहीं किया गया है। संचालक पंचायत संचनालय इंद्रावती भवन रायपुर से लगातार 4 वर्षों से पत्राचार करते-करते उक्त अधिकारी सेवानिवृत्त भी हो गया है, उसके पश्चात भी मेडिकल क्षतिपूर्ति की राशि प्रदान नहीं की गई है। श्रीजायसवाल ने संचालक पंचायत संचनालय से संपर्क करने पर संबंधित शाखा प्रभारी के द्वारा 20% राशि कमीशन की मांग का आरोप लगाया है, जिसके कारण उक्त क्षतिपूर्ति की राशि लंबित है। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव को पत्र प्रेषित कर क्षतिपूर्ति राशि प्रदान करने की मांग की है।