कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)हिमांशु डिक्सेना:-कोरोना संक्रमण से निपटने की तैयारियों के बीच जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर स्थित पाली विकासखंड मुख्यालय में भी 20 बेडेड कोविड अस्पताल बनाने का निर्णय जिला प्रशासन ने लिया है। कलेक्टर श्रीमती किरण कौशल ने आज स्वास्थ्य विभाग के अमले के साथ पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के पीछे भवन का मौका निरीक्षण किया। इस भवन में अभी कोविड आइसोलेशन सेंटर संचालित है, जहां कोरोना के बिना लक्षण वाले या माॅडरेट लक्षण वाले मरीजों को रखकर ईलाज किया जा रहा है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण और आने वाले दिनों में तीसरी लहर के अनुमान से पाली के इस आइसोलेशन सेंटर को कोविड अस्पताल में अपगे्रड किया जायेगा। इस अस्पताल में 20 बेड आक्सीजनयुक्त रहेंगे जिनमें भर्ती मरीजों को सीधे पाईप लाईन के माध्यम से आक्सीजन की आपूर्ति ईलाज के दौरान की जायेगी। आवश्यकता पड़ने पर आगे 10 और बिस्तरों पर आक्सीजन सिलेंडर के माध्यम से मरीजों का ईलाज करने की सुविधा विकसित की जा सकेगी। इस अस्पताल में कोविड संक्रमित गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव की भी सुविधा रहेगी। इस अस्पताल में वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर सहित एनआईवी की भी सुविधा रहेगी। इसके साथ ही अस्पताल में भर्ती मरीजों के ईलाज के लिए टेलीमेंडिसिन पद्धति से वीडियो कांफें्रसिंग द्वारा जिला मुख्यालय के विशेषज्ञ डाॅक्टरों से भी परामर्श की सुविधा रहेगी। मौका निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत के सीईओ श्री कुंदन कुमार,श्री अभिषेक शर्मा, एसडीएम श्री अरूण खलखो, डीपीएम श्री पद्माकर शिंदे, जिला शिक्षा अधिकारी श्री सतीश पाण्डेय, डीपीओ श्री आनंद क्रिसपोट्टा सहित जिला एवं विकासखंड स्तरीय अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
इस अस्पताल में कोविड की गंभीर मरीजों के ईलाज के लिए जरूरी सुविधाओं का आकलन करने कलेक्टर श्रीमती कौशल ने आज निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल परिसर में ही चैबीसों घंटे कोविड टेस्ट की सुविधा शुरू करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। श्रीमती कौशल ने इस अस्पताल के लिए पर्याप्त संख्या मंे आक्सीजन सिलेंडर और उनकी रिफिलिंग तथा सप्लाई चैन का निर्धारण करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। कलेक्टर कोविड अस्पताल की तरह मेडिकल स्टाफ और संक्रमित मरीजों के आने-जाने के अलग-अलग रास्ते तथा डोनिंग-डोफिंग की भी व्यवस्था पूरी करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कोविड अस्पताल के लिए जरूरी सामाग्री आदि और दवाओं की भी मांग जिला कार्यालय को तत्काल भेजने के निर्देश दिए। श्रीमती कौशल ने अस्पताल के लिए वेंटिलेटर, आक्सीजन कंसंट्रेटर और एनआईवी की भी जरूरत के हिसाब से मांग प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने अस्पताल में काम करने वाले मेडिकल स्टाफ के क्वारेंटाईन के लिए पास के ही छात्रावास को अधिग्रहित कर जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश सहायक आयुक्त श्री वाहने को दिए।
सेंम्पिलिंग और वेक्सीनेशन के लिए होगी अलग वाहन की व्यवस्था, एंबुलेंसों में भी आक्सीजन सुविधा बढ़ेगी–
पाली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कलेक्टर ने कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने के लिए किये जा रहे कामों और गतिविधियों की समीक्षा की और डाॅक्टरों तथा अधिकारी-कर्मचारियों को जरूरी निर्देश दिए। उन्होंने एक्टिव सर्विलेंस के दौरान गांव-गांव में मिले सर्दी-खांसी-बुखार जैसे कोविड लक्षणों वाले सभी लोगों का कोविड टेस्ट कराने की भी समीक्षा की। श्रीमती कौशल ने स्वास्थ्य केंद्र मंे मौजूद एंबुलेंसों में कोविड मरीजों के लिए आक्सीजन सुविधा बढ़ाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने निर्देशित किया कि कोरोना जांच के लिए सेंपलिंग और कोविड वेक्सीनेशन के लिए अलग वाहन की तत्काल व्यवस्था की जाये। स्वास्थ्य केंद्र की एंबुलेंसों को 24 घंटे दुरूस्त रखा जाये और एंबुलेंसों का उपयोग कोविड तथा अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों को अस्पतालों तक पहुंचाने के लिए किया जाये। श्रीमती कौशल ने पाली विकासखंड में 45 वर्ष से अधिक और 18 से 44 वर्ष तक के लोगों के कोविड टीकाकरण की प्रगति की जानकारी भी अधिकारियों से ली।