कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- ऐतिहासिक शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध पाली में 7 से 8 मार्च को आयोजित होने जा रहे पाली महोत्सव का आयोजन को लेकर विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा। एक दिन पहले ही गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के अध्यक्ष ने अपने विधायक की उपेक्षा को लेकर नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदर्शन की चेतावनी भरा ज्ञापन पाली एसडीएम को सौंपा। इस मामले को कहां तक सुलझाया गया है, यह तो स्थानीय प्रशासन जाने लेकिन अब भाजपा पाली मंडल ने आयोजन में आमंत्रण के तौर-तरीकों और उपेक्षा पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए विरोध करने का निर्णय लिया है।
भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय भावनानी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष अजय जायसवाल, भाजयुमो के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष चिंटू राजपाल, भाजपा मंडल अध्यक्ष रोशन सिंह ठाकुर सहित अन्य पदाधिकारियों ने बताया कि प्रशासनिक तौर पर पाली नगरवासियों की उपेक्षा से नाराजगी व्याप्त है।
भाजपा शासनकाल में वर्ष-2016 में ऐतिहासिक शिव की नगरी पाली में महाशिवरात्रि के अवसर पर पाली महोत्सव के आयोजन की शुरुआत की गई थी। तब से यह आयोजन हर वर्ष होता आ रहा है लेकिन इस बार स्थानीय प्रशासन के द्वारा आमंत्रण-निमंत्रण के मामले में स्थानीय वरिष्ठ नागरिकों, सभी जनप्रतिनिधियों की घोर उपेक्षा की गई है।
महोत्सव का आमंत्रण पाली को छोड़कर दीपका, छुरी, कटघोरा व अन्य क्षेत्रों में बंटवाया गया है जबकि इस मामले में पाली क्षेत्र को तवज्जो दी जानी थी। विशेष बैठक व्यवस्था, पत्रकारों की बैठक व्यवस्था से लेकर अन्य व्यवस्थाओं को लेकर भी नाराजगी की बातें सामने आयी हैं। भाजपा पदाधिकारियों ने कहा है कि वे इस महोत्सव का विरोध कर कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री अरुण साव के समक्ष भी वे अपना विरोध दर्ज करा चुके है कि किस तरह से पालीवासियों को उपेक्षित किया गया है।