कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- पाली थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पोड़ी स्थित बांध में अपने पिता के साथ नहाने गए 3 वर्षीय बालक अचानक बांध में गहराई मे डूबने लगा,पिता मनोज महिलांगे को कुछ समझ आता तब तक बच्चा डूब चुका था,आनन-फानन में बच्चे को निकाला गया और 112 को सूचना दी गई सूचना मिलते ही 112 में तैनात आरक्षक संजय सिंह 657 एवं वाहन चालक क्षितिज शर्मा तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हुए,लेकिन अभी पाली को पोड़ी होते हुए रतनपुर से मिलाने वाली सड़क निर्माणाधीन है और पूरा रास्ता कीचड़ से भरा पड़ा है, जिससे वाहन चलाना तो छोड़िए पैदल भी चलना मुश्किल है,जिसमें कारण 112 को घटनास्थल तक पहुंचना मुश्किल हो गया था लेकिन आरक्षक द्वारा समझदारी दिखाते हुए तुरंत कालर को दोबारा फोन कर बच्चे को जंगल के रास्ते बाइक में आधे रास्ते तक लाने हेतु कहा गया जहाँ से तत्काल 112 में बैठा कर सीएचसी पाली हॉस्पिटल लाया गया,पाली सीएचसी के डॉक्टरों द्वारा तत्काल इलाज प्रारंभ कर दिया गया,बच्चे की हालत अभी गंभीर बनी हुई है,112 में तैनात आरक्षक संजय सिंह द्वारा बताया गया कि बच्चे के डूबने की खबर मिलते ही सीएचसी पाली को खबर कर दी थी ताकि अस्पताल स्टाफ सतर्क रहे और बच्चे का उपचार तत्काल प्रारंभ हो सके।
कीचड़ से लथपथ सडक के कारण आधे रास्ते तक ही पहुँच सकी 112,ड्यूटी में तैनात आरक्षक की सूझबूझ से समय मे पहुँचाया गया अस्पताल
पाली से पोड़ी- सिल्ली होते हुए रतनपुर- बेलगहना को जोड़ने वाले मुख्यमार्ग का उन्नयन के तहत टूलेन सड़क पुर्ननिर्माण का कार्य लापरवाह ठेकेदार द्वारा बेहद धीमी गति से कराए जाने व मार्ग पर मिट्टी- मुरुम डालकर छोड़ दिये जाने के फलस्वरूप बारिश के कारण उक्त सड़कमार्ग कीचड़ से सराबोर हो गया है तथा जिसमे पैदल चलना भी दुश्वार हो गया है और जिसके कारण आमजनों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है,अब स्थिति खराब होती जा रही है और आये दिन घटना दुर्घटना उक्त रोड में घटित होने लगी है एवं उक्त सड़क में एम्बुलेंस एवं 112 जैसे वाहनों को भी पहुचाना मुश्किल हो गया है,हालात ऐसे ही रहे तो सड़क दुर्घटना या उचित समय मे उपचार हेतु अस्पताल नही पहुँचने से जन हानि से भी इंकार नही किया जा सकता,आखिर इसका जिम्मेदार कौन होगा?