कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ )हिमांशु डिक्सेना : पाली नगर पंचायत के अध्यक्ष उमेश चन्द्रा ने नगर से लगे हुए ग्राम पंचायत पर कोरोना संक्रमण के बढ़ने वाले खतरे को लेकर जिला प्रशासन को आगाह किया है, और क्षेत्र में चल रहे नेशनल हाईवे निर्माण में लगी कम्पनी दिलीप बिल्डकॉन, SECL की परियोजना इकाई सराईपाली बुडबुड प्रबंधन व पाली से सिरली परसदा मुख्य मार्ग पर चल रहे सड़क निर्माण पर कोरोना काल की अनदेखी मैं चल कार्यों पर आस आस के ग्रामीणों में खतरा बढ़ने का अंदेशा जताया है.
दिलीप बिल्डकॉन में सबसे ज्यादा संक्रमित कर्मचारी, गावों में बढ़ रहा खतरा
पाली नगर पंचायत के अध्यक्ष उमेश चन्द्रा ने बताया कि कटघोरा से पतरापाली नेशनल हाईवे का निर्माण कार्य पाली क्षेत्र में चल रहा है जिसके निर्माण कार्य दिलीप बिल्डकॉन कम्पनी द्वारा किया जा रहा है और इस कार्य में सैकड़ों कर्मचारी कार्य कर रहें है. कोरोना संक्रमण की चपेट में यहां पर कार्यरत कर्मचारी भी आ चुके है जिनकी संख्या भी काफी है और पाली क्षेत्र के मुख्य मार्ग पर कई गांव आतें हैं और संक्रमित लोगों का आनाजाना आसपास के गांवों में बना रहता है. निर्माण कार्य में कम्पनी न ही कर्मचारियों को शासन के नियमों की समझाइस दी जाती है न कम्पनी अपने कर्मचारियों के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है. कम्पनी द्वारा न ही अपने कर्मचारियों को मास्क, सेनेटाइजर दे रहा है और न ही प्रभावित गांवों में इसका वितरण किया जा रहा है जिसकी वजह से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका बढ़ रही है. दिलीप बिल्डकॉन प्रबंधन द्वारा इस वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण पर शासन की गाइडलाइन का पालन नहीं करना शासन को ठेंगा दिखाने जैसा प्रतीत हो रहा है.
Adv रोड कम्पनी
वैसे ही पाली से सिरली परसदा होते हुए रतनपुर मुख्य मार्गा का काम भी चल रहा है जहां सैकड़ो कर्मचारी कार्यरत है और कोरोना संक्रमित भी है और अभी तक इस मार्ग के पुनः निर्माण में सड़क चौड़ीकरण में अधिग्रहित किसानों की जमीनों का मुआवजा तक नहीं मिला है और संक्रमित कर्मचारियों के क्षेत्र में कार्य करने से ग्रामीणों का संक्रमित होना निश्चित है और सड़क निर्माण ADB रोड कंपनी द्वारा ग्रामीणों की जान के साथ खिलवाड़ कर सड़क निर्माण कार्य करवा रहा है जिला प्रशासन को इस ओर गंभीरता ध्यान देने आवश्यकता है.
SECL सरईपाली बुडबुड प्रबंधन को नही ग्रामीणों की परवाह.
नगर पंचायत पाली अध्यक्ष उमेश चन्द्रा ने SECL सरईपाली बुड बुड प्रबंधन को आड़े हांथ लेते हुए कहा कि भारत के कोल इंडिया का उपक्रम SECL की परियोजना सरईपाली बुड बुड में रोज बेशकीमती कोयले का परिवहन होता है और हैवी ब्लास्टिंग से आस पास के गाँव थर्रा उठते है. लेकिन इससे SECL प्रबंधन को कोई परवाह नहीं हैं. कोरोना काल में प्रबंधन द्वारा किसी प्रकार की सहायता ग्रामीणों को नहीं उपलब्ध कराई गई है और लॉक डाउन में प्रबंधन द्वारा न ही ग्रामीणों को मास्क दिया गया और न ही सेनेटाइजर का वितरण किया गया है. कोरोना काल में लॉक डाउन पर कई सामाजिक संगठनों द्वारा सहायता पहुँचाई जा रही है. लेकिन SECL प्रबंधन द्वारा लॉक डाउन में परियोजना से प्रभावित गांवों में अभी तक न ही सूखा राशन का वितरण किया गया और न ही क्षेत्र को सेनेटाइज किया गया है. शासन के सबसे बड़े उपक्रम की लापरवाही पर जिला प्रशासन द्वारा ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है.