पाली थाना में अमर शहीद आदित्य शरण प्रताप सिंह तंवर के शहादत दिवस पर दी गई भावपूर्ण स्मरणा श्रद्धांजलि

कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़)विनोद उपाध्याय:- देश की रक्षा में सीमाओं पर मुस्तैद दिन रात लगे हुए सैनिकों और वही देश के अंदर सुरक्षा व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त रखने के लिए हमेशा डटे रहने वाले पुलिस विभाग के जवानों का कार्य भी ठीक वैसे ही देश के लिए समर्पित होता है जैसे सैनिकों का देश की सीमा पर होता है ।इनके कारण ही देश व समाज के साथ हम आप सभी निश्चिंत और सुरक्षित रहते हैं। ऐसे ही शूरवीर और अपनी जान की परवाह न करने वाले देश -समाज के लिए अपनी शहादत दे देने वाले अमर वीर शहीद आदित्य शरण प्रताप सिंह तंवर को पाली थाना में पुलिस विभाग के अधिकारी एवं स्टाफ की उपस्थिति में जनप्रतिनिधियों व आमजन ने उन्हें भावपूर्ण स्मरणा श्रद्धांजलि देते हुए उनकी शहादत को याद किये ।

जिले में वीर गति को प्राप्त हुए अमर वीर शहीद के शहादत दिवस पर कोरबा पुलिस अधीक्षक श्री भोजराम पटेल अतरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री कीर्तन राठौर के दिशनिर्देशों पर एवं एसडीओपी कटघोरा ईश्वर त्रिवेदी के मार्गदर्शन के परिपालन पर पाली थाना प्रभारी पौरुष पुर्रे जी एवं समस्त स्टाफ के द्वारा वीर गति को प्राप्त हुए अमर शहीद आदित्य शरण प्रताप सिंह तंवर के 5 वें पुण्य तिथि के शहादत दिवस पर दीप प्रजज्वलित कर श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए विनम्र श्रद्धांजलि देकर वीरगति को प्राप्त हुए अमर शहीद की शहादत को याद किये।
ज्ञातव्य हो कि 2016 को आदित्य शरण प्रताप सिंह तंवर प्रदेश के घोर नक्सली जिले दंतेवाड़ा में पुलिस विभाग मे आरक्षक के रूप में पदस्थ थे। इसी दौरान 16 अगस्त 2016 को कुआं खोड़ा जंगल में सर्चिंग के दौरान अचानक नक्सलियों ने हमला कर दिया था। श्री तंवर की टीम ने अचानक हुए इस हमले में नक्सलियों का पूरी वीरता से सामना किया और नक्सलियों के हमले को नाकाम कर दिये। हमले को नाकाम करने में अमर शहीद श्री तंवर ने खासतौर पर अपने शौर्य और साहस का परिचय दिया। उन्होंने अपनी जान की परवाह न करते हुए अनेक नक्सलियों से लोहा लेकर उन्हें भागने पर मजबूर कर दिया। लेकिन हमले में श्री तंवर गंभीर रूप से घायल हो गए और अंततः 18 अगस्त 2016 को उन्होंने अपनी शहादत दे दी। इसके पश्चात शहीद स्व, तंवर के पार्थिव शरीर को उनके गृह ग्राम कर्रा चनवारी नवापारा (पाली) लाया गया !जहां भारी भीड़ की उपस्थिति के साथ-साथ प्रशासनिक अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में उनका शासकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार संपन्न किया गया।