कोरबा/पाली (सेेंट्रल छत्तीसगढ़) :- पत्रकारिता के उस पाठशाला के प्रधानाचार्य श्री ललित सुरजन जी को नमन जो एक वरिष्ठ पत्रकार के साथ प्रगतिशील विचारक, लेखक एवं कवि भी थे।उक्त बातें सांसद प्रतिनिधि प्रशांत मिश्रा ने श्री सुरजन जी के निधन पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए कहा।पाली स्थित लोक निर्माण विभाग के विश्रामगृह में आयोजित शोकसभा में उन्होंने सुरजन जी के छायाचित्र के आगे मोमबत्ती जलाकर ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिवार को संबल देने की प्रार्थना करते हुए अपने शोक संदेश में कहा कि श्री ललित सुरजन जी के निधन की सूचना ने छत्तीसगढ़ के पत्रकार जगत को स्तब्ध कर दिया है।
जहां पत्रकारों ने एक मजबूत आधार स्तंभ खो दिया।सांप्रदायिकता और कूपमंडूकता के खिलाफ देशबंधु के माध्यम से जो लौ मायाराम सुरजन जी ने जलाई थी, उसे ललित सुरजन जी ने बखूबी आगे बढ़ाया जहां पूरी जिंदगी उन्होंने मूल्यों को लेकर कोई समझौता नहीं किया।प्रशांत मिश्रा ने अपने बीते पत्रकारिता कार्यकाल के बारे में बताते हुए कहा कि सुरजन जी के सानिध्य में ही सन 97- 98 से देशबंधु में पत्रकारिता की शुरुआत की थी और 3- 4 वर्ष तक लगातार बिलासपुर में कार्य किया जहाँ मेरे कार्य से प्रभावित होकर उन्होंने शाबासी भी दी थी।आज मैं अपने आप को काबिल और कामयाब मानता हूं तो उसकी देन सुरजन जी व देशबंधु ही है।पत्रकारिता से जुड़े सभी लोग उनके बताए हुए मार्ग पर चलें वही सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित होगी।वहीं भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय भावनानी ने भी उनके कुशल नेतृत्व को याद करते हुए कहा कि श्री ललित सुरजन जी मायाराम सुरजन फाउंडेशन के संस्थापक एवं देशबंधु पत्र समूह के प्रमुख थे जिन्होंने यूनिसेफ, मायाराम सुरजन फाउंडेशन एवं देशबंधु के सहयोग से पूरे प्रदेश में बाल पत्रकार कार्यक्रम चलाया जिसमे पाली के बच्चे भी लाभान्वित हुए थे।इस दौरान बाल पत्रकार कार्यक्रम के माध्यम से एक अखबार निकलना शुरू हुआ जिसमें बाल पत्रकार बच्चों से संबंधित ही खबर लिखा करते थे।
पूरे कार्यक्रम में मुख्य पहलू यह था कि एक बच्चा, बच्चों की समस्याओं को कैसे देखता है और उस पर अपना विचार कैसे प्रकट करता है इस हेतु एक मंच देने का काम सुरजन जी ने किया।सबसे बड़ी बात यह है कि जो अखबार बच्चों से संबंधित निकाली गई उसका नाम पाली के युवा पत्रकार रहे स्व. राजू शर्मा (राजकुमार) ने सुझाया था।आज श्री सुरजन जी से मार्गदर्शन लेकर पाली क्षेत्र में भी अनेक पत्रकार बंधु कार्य कर रहे है।वरिष्ठ पत्रकार कमल वैष्णव ने भी उनके जीवन गाथा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सुरजन जी राजनीति पर पैनी नजर रखने के साथ- साथ उनकी लोकतंत्र में गहरी आस्था थी।तथा नेहरू जी के प्रति उनकी अगाध श्रद्धा लोगों को उनकी ओर प्रेरित करती थी।उनके नेतृत्व में देशबंधु ने दर्जनों ऐसे पत्रकार दिए है जिन पर छत्तीसगढ़ सहित मध्यप्रदेश भी गौरान्वित महसूस करता है।
उनके अचानक निधन की सूचना से पत्रकारों में शोक की लहर है।मैं नमन करता हूँ सहृदय- सहज, सरल स्वभाव तथा पत्रकारिता जगत के उस भीष्मपितामह सुरजन जी को कि ईश्वर उन्हें अपने चरणों मे स्थान दें। वही बाल पत्रकार कार्यक्रम में कमल वैष्णव,दीपक शर्मा ने बाल पत्रकार प्रशिक्षक के रूप में कार्य करते हुए श्री सुरजन जी का सानिध्य प्राप्त किया था। इस दौरान उपस्थित पत्रकारगण के. के. चौबे,सुरेश गुप्ता,जितेंद्र माटे,अजय सैनी,कमल महंत, दीपक शर्मा,विक्की अग्रवाल,गणेश महंत, तारकेश्वर पटवा,राजा डिक्सेना,मनीष देवांगन,सुरेंद्र ठाकुर, विकास ठाकुर,सूरज कश्यप,ओम जायसवाल, भूषण श्रीवास, बादल दुबे,जितेंद्र श्रीवास, बजरंग जायसवाल, दीपक भोई ने भी ईश्वर से दिवंगत आत्मा को सदगति प्रदान करने की कामना के साथ उनके छायाचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी।