पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्यमंत्री पद से दिया इस्तीफा.

चंडीगढ़ (सेंट्रल छत्तीसगढ़):-पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्होंने चंडीगढ़ स्थित राजभवन में पंजाब के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. इस्तीफा देने के बाद मीडिया से बात करते हुए अमरिंदर ने कहा कि  मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है. उन्हें(कांग्रेस अध्यक्ष) जिसपर विश्वास है उसे मुख्यमंत्री बनाए. मैंने सुबह कांग्रेस अध्यक्ष से बात की थी और मैंने उन्हें कह दिया था कि मैं इस्तीफा दे रहा हूं. 

इससे पहले, कई विधायकों ने सीएम अमरिंदर सिंह को हटाने की मांग करते हुए सोनिया गांधी को पत्र लिखा था, जिसके बाद पार्टी आलाकमान ने अमरिंदर सिंह को सीएम पद से इस्तीफा देने का निर्देश दिया था.

पार्टी आलाकमान का निर्देश मिलने के बाद कैप्टन अमरिंदर ने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर समर्थक विधायकों के साथ बैठक की और इस्तीफा देने का फैसला किया.

इस बीच, विधायक दल की बैठक के लिए कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक अजय माकन और हरीश चौधरी तथा पार्टी के प्रदेश प्रभारी हरीश रावत चंडीगढ़ पहुंच गए हैं. चंडीगढ़ पहुंचने पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने उनका स्वागत किया. कांग्रेस विधायक दल की बैठक शाम पांच बजे होनी है.

सूत्रों के मुताबिक, अमरिंदर सिंह ने शनिवार को सोनिया गांधी से बात की और बार-बार हो रहे ‘अपमान’ को लेकर नाराजगी और नाखुशी जताई थी. पार्टी के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि 50 से अधिक विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि अमरिंदर सिंह को मुख्यमंत्री पद से हटाया जाए.

सूत्रों का यह भी कहना है कि यह संकट गंभीर है क्योंकि बहुत सारे विधायकों ने विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले मुख्यमंत्री को बदलने की मांग की थी.

विधायकों ने अपने पत्र में सोनिया गांधी से विधायक दल की बैठक बुलाने की मांग की थी. पार्टी आलाकमान ने शनिवार शाम बैठक बुलाने का निर्देश दिया और वरिष्ठ नेताओं – अजय माकन और हरीश चौधरी को केंद्रीय पर्यवेक्षक नियुक्त किया.