नगर सहित ग्रामीण क्षेत्रों के मुख्य मार्गों पर लगाए गए बेरिकेट्स लेकिन गली-मोहल्लों में लॉकडाउन का पालन नही

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़)   हिमांशु डिक्सेना / पाली :-* देशभर में फैले कोरोना वायरस से जंग लड़ते हुए इसका कहर समाप्त करने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 21 दिनों का लॉक डाउन किया गया है।जिसके परिपालन में पाली नगर सहित मुख्यालय के सभी ग्रामों मे भी लॉकडाउन के तहत बकायदा मुख्यमार्गों को बांस,बल्ली के सहारे ब्लॉक किया गया है और बैनर,पोस्टर लगाया गया है।इस लॉकडाउन अवधि में कोई भी व्यक्ति अपना निवास स्थान छोड़ किसी अन्य गांव में नही जा सकता है।लेकिन नगर अथवा उन ग्रामीण क्षेत्रों की गली-मोहल्लों में लॉकडाउन का पालन होता नही दिख रहा है।और लोग अपने-अपने घरों से बाहर सामूहिक रूप से बैठे या गलियों में विचरण करते बेख़ौफ़ नजर आने लगे है।

ज्ञात हो कि 25 मार्च से पूरे देश में धारा 144 लागू है और 14 अप्रैल तक पूरे देश को लॉकडाउन किया गया है।ताकि वैश्विक महामारी नोवेल कोरोना वायरस से जंग जीती जा सके।पाली नगर के अलावा इस विकासखण्ड के लगभग सभी ग्रामों में लॉकडाउन का पालन कर बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर पूर्णतः रोक तो लगा दिया गया है।इसके साथ ही अनेकों ग्राम में बकायदा बैनर,पोस्टर भी लगाया गया है।और मुख्य मार्गो को बांस,बल्ली के सहारे ब्लाक कर दिया गया है।लेकिन इस दौरान लोग अपने घर से बाहर सामूहिक तौर पर बैठकर वार्तालाप अथवा गली-मोहल्लों में टहलते हुए लॉकडाउन का खुला उलंघन कर रहे है।नगर व ग्रामों के मुख्य चौंक-चौराहों में जिम्मेदारों की तैनाती तो है लेकिन गली,मोहल्लों की ओर ध्यानाकर्षित ना कर पाने का बेजा लाभ लोगबाग उठा रहे है।और घरों से बाहर रहकर कोरोना वायरस जैसे खतरनाक संक्रमण को खुला चुनौती दे रहे है।ऐसे में देश के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा वर्तमान जटिल परिस्थितियों के बीच मानव जगत के हित में धारा 144 लागू कर और अनावश्यक रूप से घरों से बाहर ना निकलने,भीड़भाड़ से बचने,भीड़ इकट्ठी ना करने से संबंधित लॉकडाउन का पूरी सजगता एवं जिम्मेदारी के साथ पालन करने देश की जनता से प्रतिदिन सोशल,प्रिंट व इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से किये जा रहे विनम्र अपील को लगता है लोग गंभीरता से नही ले रहे है।कोरोना वायरस कितना भयानक है इस बात को सरकार द्वारा लिए गए निर्णय एवं सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर को भांपते हुए लोगों को गंभीरता से सोचने,समझने और पालन करने की आवश्यकता है।तभी कोरोना वायरस के संक्रमण को मात दिया जा सकता है।घर से बाहर सामूहिक रूप से बैठकर गप्पे लड़ाने और गली-मोहल्लों में बेवजह घूमने वाले लोग कोरोना वायरस के रोकथाम हेतु सरकार द्वारा युद्धस्तर पर जारी प्रयासों के बीच अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए कृतसंकल्पित होकर सहभागिता निभाए तभी वर्तमान फैले संक्रमण वायरस का खात्मा किया जा सकता है।