जगदलपुर (सेंट्रल छत्तीसगढ़): छत्तीसगढ़ में 16 जनवरी से कोरोना टीकाकरण की शुरुआत होने जा रही है. प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती बस्तर संभाग के अंदरूनी केंद्रों तक वैक्सीन पहुंचाना है. वैक्सीनेशन के लिए तैयारियों के बीच दो दिन पहले जारी हुए खुफिया इनपुट ने अलार्म बजा दिया है. खबर है कि नक्सली कोरोना वैक्सीन लूटने की तैयारी में हैं.
जिला वैक्सीन भंडार
पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें भी शक है कि कोरोना के खतरे के बीच नक्सली वैक्सीन की लूट जैसी वारदात को अंजाम दे सकते हैं. वैक्सीन को सुरक्षित रूप से केंद्र तक पहुंचाने की जिम्मेदारी बस्तर पुलिस के कंधों पर आ गई है.
कोरोना वैक्सीन पर नक्सलियों की नजर
सुरक्षा में लगे जवानों की संख्या बढ़ाई गई
पुलिस प्रशासन का दावा है कि कोविड वैक्सीन को पूरी सुरक्षा के बीच केंद्रों तक पहुंचाया जाएगा. परिवहन से लेकर केंद्रों तक में अर्धसैनिक बलों की तैनाती भी की जाएगी. पहले वैक्सीनेशन के लिए 500 जवानों को सुरक्षा में लगाया गया था. अब जवानों की संख्या बढ़ाकर 2 हजार से भी ज्यादा कर दी गई है.
बस्तर में सुरक्षाबल
कोरोना पॉजिटिव मिली थी महिला नक्सली
बस्तर में कई नक्सल प्रभावित इलाके हैं. समय-समय पर नक्सलियों के कोरोना की चपेट में आने की खबरें भी आती रहीं हैं. लॉकडाउन के दौरान बीजापुर जिले के मोदकपाल इलाके में एक महिला नक्सली कमांडर जंगल में मिली थी, जिसे कोरोना पॉजिटिव पाया गया था. इससे पता चल गया था कि कोरोना से नक्सली भी नहीं बचे हैं. लिहाजा पुलिस प्रशासन को आशंका है कि नक्सली कोरोना वैक्सीन लूट सकते हैं.
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इन जिलों में बरती जाएगी विशेष सतर्कता
आईजी सुंदरराज पी का कहना है कि बस्तर के लोगों को कोरोना के खतरे से बचाने के लिए वैक्सीन पहुंचाना भी बहुत ही जरूरी है. वैक्सीन सुरक्षित कोल्ड चेन पॉइंट और केंद्रों तक पहुंचाने के लिए जो भी हो सकेगा, उसे पुलिस करेगी. बस्तर के बीजापुर, दंतेवाड़ा, सुकमा और नारायणपुर जिले में विशेष सतर्कता बरती जाएगी.
जवान हर परिस्थिति से निपटने के लिए मुस्तैद
आईजी ने कहा कि नक्सल प्रभावित इलाके में कोरोना वैक्सीन वाहन पहुंचाने के लिए शासन द्वारा गाइडलाइन के तहत काम किया जा रहा है. वैक्सीन केंद्रों तक पहुंचाने के लिए पुलिस के जवान भी तैनात रहेंगे. आईजी ने कहा कि मुश्किल घड़ी में बस्तरवासियों की मदद के लिए पुलिस के जवान हर मोर्चे पर तैनात हैं और अपनी सेवा देने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद हैं. आईजी ने बताया कि वैक्सीन परिवहन से लेकर केंद्र तक पर्याप्त सुरक्षा बलों की पूरे संभाग में तैनाती की जा रही है।
हथियार, बारूद, राशन लूटते रहते हैं नक्सली
नक्सली इससे पहले भी बस्तर में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में हथियार के अलावा जगदलपुर-रायपुर मार्ग पर बारूद से भरे ट्रक लूट चुके हैं. अंदरूनी इलाकों में राशन की लूट की खबर समय-समय पर आती रहती है. ऐसे में नक्सली वैक्सीन पर भी हमला बोल सकते हैं. इस तरह का डर स्वास्थ विभाग और जिला पुलिस बल को भी है.
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स्वास्थ्य विभाग भी सतर्क
नक्सलियों के कोविड वैक्सीन लूटने की खुफिया जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग का अमला भी पूरी तरह से सतर्क है. स्वास्थ्य विभाग के ज्वॉइंट डायरेक्टर डॉ. विवेक जोशी का कहना है कि राज्य सरकार ने बस्तर संभाग में कोविड वैक्सीनेशन के दौरान पूरी सुरक्षा देने की बात कही है. वैक्सीन वैन की सुरक्षा से लेकर केंद्रों में भी सुरक्षाबलों की तैनाती की जाएगी.
दिन में ही खत्म करना होगा वैक्सीनेशन का काम
सुरक्षा को देखते हुए दिन में ही वैक्सीनेशन का काम किया जाएगा. स्वास्थ विभाग के अधिकारियों का भी आदेश है कि बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के वीरान जगहों पर वैक्सीन वैन को खड़ी नहीं किया जाएगा. टीकाकरण के बाद वाहन को वापस सुरक्षित जगह पर पहुंचाया जाएगा.
ज्वाइंट डायरेक्टर ने कहा कि वैक्सीनेशन के पहले चरण में 16 जनवरी को दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा के स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण होगा. बस्तर जिले के स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल में भी टीकाकरण किया जाना है. पुलिस से उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मिली हुई है.
पुलिस और सुरक्षाबलों के कंधे पर जिम्मेदारी
बस्तर पुलिस के मुताबिक वैक्सीनेशन के दौरान पूरे बस्तर संभाग में 2 हजार से ज्यादा सुरक्षा बलों को तैनात करने की तैयारी की जा रही है. राज्य की पुलिस के साथ-साथ बस्तर में नक्सलियों से लोहा लेने के लिए CRPF, STF, BSF, CAF और DRG के जवान की तैनाती भी की जा रही है. आईजी का कहना है कि वैक्सीन वैन के अंदरूनी क्षेत्रों में परिवहन से लेकर केंद्रों तक में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था पुलिस द्वारा की जा रही है.