धर्मांतरण और किसान आंदोलन को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार को घेरा : शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज

रायपुर (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ ): पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज (इन दिनों रायपुर में है. सोमवार को रायपुर स्थित रावतभाटा में स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने प्रेस वार्ता बुलाई. इस दौरान धर्मांतरण और किसान आंदोलन को लेकर राज्य सरकार और केंद्र सरकार दोनों को घेरा है.

निश्चलानंद सरस्वती महाराजधर्मांतरण पर राजनीतिक संस्था क्यों नहीं निकाल पा रही उसका हल स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि, विदेशी तंत्र की कितनी सहभागिता धर्मांतरण में है. किसी समस्या के कारण धर्मांतरण हो रहा है तो सामाजिक और राजनीतिक संस्थाओं की तरफ से उसका हल क्यों नहीं निकाला जा रहा है. सनातन धर्म के सामने कोई टिक नहीं सकता. शासन की दिशाहीनता धर्मांतरण का कारण है. क्रिश्चियन तालिबानी शासन में नहीं जा सकते. धर्मांतरण करवाने, धर्मांतरण का 70 फीसदी कारण राजनीतिक दलों की विफलता है.

किसान के बारे में सोचना भूल जाते हैं सभी प्रधानमंत्री

पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि शराबबंदी की दिशा में सरकार के साथ-साथ समाज को भी सोचना होगा. पुरी शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने कहा कि देश में किसानों के नाम से बहुत से प्रधानमंत्री आए हैं. सत्ता में आने के बाद किसानों के हित के बारे में सोचना सब भूल जाते हैं. किसान भी दिशाहीन हो गए हैं. आखिर में शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज ने अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे. नरेंद्र गिरी की मौत पर भी प्रतिक्रिया देते हुए दुख व्यक्त किया.