धमतरी (सेंट्रल छत्तीसगढ़): कुरूद के भखारा थाना क्षेत्र अंतर्गत एक बड़ा हादसा हुआ है. खेत में बियासी के लिए गया किसान विद्युत तार टूटने के बाद करंट की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई. उसके दोनों बैलों की भी करंट की चपेट में आकर मौत हो गई. सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है.
भखारा के वार्ड क्रमांक 7 निवासी इतवारी राम (62 वर्ष) कोलियारी रोड पर अपने खेत में बियासी के लिए गया हुआ था. जहां खेत में काम करते के दौरान शाम को अचानक वहां से गुजर रहा 440 वोल्ट का विद्युत तार टूट कर गिर पड़ा. तार में प्रवाहित करंट की चपेट में किसान और उसके दोनों बैल आ गए. आसपास के लोगों ने जब किसान को छटपटाते देखा, तो सूचना देकर बिजली बंद कराई गई, लेकिन तब तक किसान इतवारी राम और दोनों बैलों की मौत हो चुकी थी.
सूचना मिलने के बाद मृतक के बेटे चोवा राम ने भखारा थाने पहुंचकर इसकी सूचना दी. जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर पंचनामे के बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए कुरूद भेज दिया गया.
पहले भी हो चुके हैं ऐसे हादसे
ये कोई पहला मामला नहीं है, जब बिजली विभाग की लापरवाही के कारण मौतें हुई हैं. इससे पहले जून के महीने में बेमेतरा में भी बिजली के तार की चपेट में आने से मवेशियों की मौत हो गई थी. रांका सब स्टेशन क्षेत्र के निकट कुरूद गांव में 8 मवेशियों की मौत हुई थी. इसके बाद मोहरेंगा गांव में भी बिजली करंट (8 cattle died due to electrocution) लगने से 8 मवेशियों की मौत हो गई. मवेशियों की मौत से आक्रोशित ग्रामीणों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी.
खेतों में धराशायी हो रहे बिजली के पोल या फिर गिर रहे तार
बरसात से पहले विद्युत विभाग की तरफ से संधारण और सुधारण का कार्य नहीं किया गया है. आलम यह है कि बरसात शुरू होते ही जगह-जगह पर खेतों में खंभे धराशायी हो रहे हैं. जिसमें करंट प्रवाहित तार की चपेट में आने से मवेशियों की मौत हो रही है