तुमान : 100 रुपए लेना है माइग्रेशन शुल्क.. स्कूल में बिना रसीद दिए ही छात्रों से ले रहे 250 सौ रुपए.. भोले भाले आदिवासी बच्चों को हो रही परेशानी.

कोरबा (सेन्ट्रल छत्तीसगढ़ )तुमान: कोरबा जिले में विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के क्यों अधिक लिया जा रहा है यह एक जांच का विषय है उच्च अधिकारियों द्वारा माइग्रेशन फीस लेने वाले के ऊपर कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए यह जानकारी छात्र-छात्राओं द्वारा दी गई है छात्र-छात्राओं द्वारा यह भी बताया जा रहा था की लिए गए फीस का रसीद भी नहीं दिया जा रहा है भोले भाले आदिवासी बच्चों से इस प्रकार गलत फीस लिया जाना उचित नहीं है तत्काल छात्र छात्राओं का लिया गया फिस वापस कराएं

कोरबा जिले के पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के तुमान हायर सेकंडरी स्कूल में छात्र-छात्राओं से माइग्रेशन (पात्रता) के नाम अवैध वसूली हो रही है. तुमान हाई स्कूल में छात्र छात्राओं से माइग्रेशन फीस दूसरे स्कूल के अपेक्षा तुमान हाई स्कूल में अधिक लिया जा रहा है. तुमान हाई स्कूल में माइग्रेशन फीस ढाई सौ रुपए और दूसरे स्कूल में तुमान हाई स्कूल के अपेक्षा कम लिया जा रहा है. इसका खुलासा तब हुआ जब स्कूल से इस विषय पर अभिभावकों तथा छात्रों ने जवाब मांगा तो स्कूल प्रबंधन ने अपना बचाव करते हुए कहा कि वह नियम के दायरे में रहकर पैसे ले रहें है.

एक स्कूल से दूसरे स्कूल अथवा कॉलेज में जाने पर माइग्रेशन शुल्क लिया जाता ही है. लेकिन तुमान हाइस्कूल में माइग्रेशन शुल्क लेने के नाम पर अवैध वसूली हो रही है. नियमानुसार माइग्रेशन शुल्क 100 रुपए जमा करना है, पर स्कूल प्रबंधन इसे वसूल करने में मनमानी कर रहा है. यहां पिछले साल बच्चों ने बारहवीं बोर्ड की परीक्षा दी, जिनमें से जितने भी बच्चों ने परीक्षा पास कर लिया. ये बच्चे अब कॉलेज की पढ़ाई के लिए माइग्रेशन सर्टिफिकेट लेने पहुंच रहे हैं तो उनसे ढाई सौ रुपए मांगा जा रहा है.

जब अभिभावकों ने पता लगाया तो पता चला कि माइग्रेशन के लिए 100 रुपए लेने का नियम है. इधर शुल्क जमा करने के बाद किसी भी छात्र को रसीद नहीं दी जा रही थी. ऐसे में छात्रों द्वारा पूछने पर कुछ जवाब नहीं दिया जाता है प्रबंधन से पूछा कि आपने पात्रता देते वक्त रसीद क्यों नहीं दी. इस पर प्रबंधन ने कहा कि रसीद देने का नियम नहीं है. जब अभिभावको ने कहा कि हमें रसीद चाहिए तो स्कूल के कर्मचारी की बोलती बंद हो गई. बाद में प्रबंधन ने कहा कि वे नियमानुसार शुल्क वसूल कर रहे हैं. अभिभावक ने इस तरह की वसूली पर असंतोष जताते हुए डीईओ से शिकायत करने की बात कही.

अभिभावक बोले- पहले नहीं बताया, फीस पटाने के बाद रसीद भी नहीं दिए

तुमान हाइस्कूल स्कूल में पढ़ने वाले दूसरे छात्रों ने भी स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाया. गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि हमें पात्रता शुल्क के लिए पहले कहा नहीं गया था.! अब रसीद भी नहीं दे रहे हैं. अभिभावकों ने कहा कि यह पहला मामला नहीं है जब स्कूल प्रबंधन अवैध उगाही कर रहा है. स्कूल प्रबंधन हर साल माइग्रेशन सर्टिफिकेट के नाम पर इस तरह की वसूली करता है. पालक शिकायत नहीं कर पाते इसलिए स्कूल प्रबंधन की मनमानी कम नहीं हो रही.