जिले में साढ़े 12 हजार क्विंटल बीज सोसायटियों में उपलब्ध, खेती-किसानी के काम तेज करें किसान


कोरबा(सेंट्रल छत्तीसगढ़):- मानसून के छत्तीसगढ़ आगमन के साथ ही जिले के किसानों को खरीफ मौसम की फसलों के बीज बोने के साथ-साथ जरूरी सभी काम तेज करने की सलाह कृषि अधिकारियों ने दी है। खरीफ मौसम के लिए प्रशासनिक स्तर पर भी कृषि विभाग की तैयारी लगभग पूरी है। किसानों को उनकी आवक बढ़ाने के उद्देश्य से कृषि विभाग के मैदानी अमले द्वारा खरीफ मौसम में धान के बदले दलहनी-तिलहनी फसलें ज्वार, मक्का, अरहर, उड़द के साथ-साथ सोयाबीन, मूंगफली की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। खेतों की तैयारी से लेकर खुर्रा बोनी, रोपा और श्री पद्धति से धान की फसल लगाने की जानकारी किसानों को दी जा रही है।
     कृषि विभाग के उप संचालक श्री जे. डी. शुक्ला ने बताया कि जिले में इस वर्ष खरीफ मौसम में किसानों को वितरित करने के लिए अभी तक जिले की सोसायटियों में 12 हजार 650 क्विंटल बीज का भंण्डारण कर लिया गया है। भण्डारित किए गए बीजों में धान, मक्का, अरहर, उड़द, मूंग, मूंगफली एवं तिल के बीज शामिल हैं। अनाजों के 12 हजार 621 क्विंटल, दलहनी फसलों के 22 क्विंटल एवं तिलहनी फसलों के लगभग सात क्विंटल बीज का भंडारण सोसायटियों में किया जा चुका है। जिसमें से अभी तक छह हजार 018 क्विंटल बीजों को किसानों ने खेतों में बोने के लिए सोसायटियों से उठाया है जिसमें छह हजार क्विंटल धान बीज का उठाव भी शामिल है। खरीफ मौसम में खेतों में बुआई करने के लिए जिले की सोसायटियों मे धान बीज 12 हजार 617 क्विंटल, मक्का चार क्विंटल, अरहर पांच क्विंटल, उड़द 15 क्विंटल, मूंग दो क्विंटल, मूंगफली तीन क्विंटल एवं तिल बीज तीन क्विंटल का भण्डारण किया जा चुका है। श्री शुक्ला ने किसानों से तेजी से बीज का उठाव करने की अपील की है ताकि समय पर बीज की खेतों में बोनी की जा सके।