छत्तीसगढ़ विधानसभा के बजट सत्र का समापन,10 बैठकों में 72 घंटे से ज्यादा समय से ज्यादा हुई चर्चा.


रायपुर(सेंट्रल छत्तीसगढ़) :
 छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉक्टर चरण दास महंत ने (budget session of chhattisgarh assembly ends ) मंगलवार को ही बजट सत्र के समापन की घोषणा कर दी. इसी के साथ छत्तीसगढ़ की पांचवीं विधानसभा के 13वें सत्र का मंगलवार को समापन हो गया. यह बजट सत्र 7 मार्च 2022 से 25 मार्च 2022 तक चलना था. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि विधानसभा के पिछले 5 से 6 सत्र कोविड-19 के संक्रमण के प्रभाव से प्रभावित रहे. यह प्रसन्नता का विषय है कि हमारा यह बजट सत्र कोविड संक्रमण प्रभाव से लगभग मुक्त रहा. विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने ईश्वर से कामना की कि इस स्थिति में और भी सुधार आये.

उन्होंने कहा कि हमारा प्रदेश और देश स्वस्थ, सुरक्षित और खुशहाल बना रहे. विधानसभा अध्यक्ष डॉक्टर महंत ने बताया कि इस बजट सत्र की अवधि अपेक्षाकृत छोटी रही, लेकिन सभी सदस्यों ने उपलब्ध सीमित समय का सदुपयोग किया. साथ ही राज्य की उन्नति से जुड़े सभी विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई. विधानसभा अध्यक्ष ने अब बजट सत्र में हुए कार्यों के बारे में संक्षेप में सांख्यिकीय आकड़ों से भी अवगत करवाया.

बजट सत्र में हुईं कुल 10 बैठकें
विधानसभा अध्यक्ष ने बताया कि इस बजट सत्र की कुल 10 बैठकों में करीब 72 घंटे 45 मिनट चर्चा हुई. 109 प्रश्नों पर सभा में अनुपूरक प्रश्न पूछे गए. जिनके उत्तर शासन द्वारा दिए गए. इस प्रकार प्रति दिन प्रश्नों का औसत लगभग 12 प्रश्नों का रहा. इस सत्र में तारांकित प्रश्नों की 854 एवं अतारांकित प्रश्नों की 828, इस प्रकार कुल 1682 प्रश्नों की सूचनाएं प्राप्त हुईं. इस सत्र में ध्यानाकर्षण की कुल 439 सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिसमें 145 सूचनाएं ग्राह्य हुईं और 69 सूचनाएं शून्यकाल में परिवर्तित की गई.

सत्र में स्थगन की कुल 94 सूचनाएं प्राप्त हुईं. इसमें एक विषय से संबंधित 15 सूचनाओं को सदन में पढ़ने एवं शासन का वक्तव्य सुनने के बाद अग्राहय किया गया. एक विषय से संबंधित 2 सूचनाएं शून्यकाल में परिवर्तित की गईं. शून्यकाल की 126 सूचनाएं प्राप्त हुईं, जिसमें 80 सूचनाएं ग्राह्य और 46 सूचनाएं अग्राह्य रहीं. वर्तमान सत्र में 144 याचिकाएं माननीय सदस्यों द्वारा प्रस्तुत की गईं, जिनमें 66 ग्राह्य व 78 अग्राह्य रहीं. 11 अशासकीय संकल्प सदस्यों द्वारा दिये गये, जिनमें 6 संकल्प ग्राह्य हुए तथा 4 संकल्प पर चर्चा हुई. वहीं 2 व्यपगत हुईं.

इस सत्र में विनियोग विधेयक सहित 4 विधेयकों की सूचनाएं प्राप्त हुईं. चारों विधेयकों पर चर्चा हुई और सभी पारित हुए. वित्तीय कार्यों के अन्तर्गत तृतीय अनुपूरक अनुमान पर 36 मिनट चर्चा हुई. वर्ष 2022-23 के बजट की अनुदान मांगों पर 8 घंटे 2 मिनट चर्चा हुई. विनियोग विधेयक पर 3 घंटे 52 मिनट चर्चा हुई.

पहली बार ज्यादातर प्रक्रियाएं ऑनलाइन हुईं
विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत ने कहा कि इस बजट सत्र से विधान सभा सचिवालय ने प्रश्नों की सूचनाएं ऑनलाइन लेने की व्यवस्था शुरू की. उनके उत्तर ऑनलाइन ही प्राप्त करने तथा प्रश्नोत्तरी मुद्रण के लिए शासकीय मुद्रणालय भेजने की व्यवस्था भी ऑनलाइन शुरू की है. आगे भी इस व्यवस्था से न केवल समय एवं ईंधन की बचत होगी, बल्कि हजारों घंटे मानवीय श्रम की भी बचत होगी.