जांजगीर (सेंट्रल छत्तीसगढ़) :- अंबिकापुर, जांजगीर और बिलासपुर में पदस्थ रहे छत्तीसगढ़ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी (PHE) विभाग के एक कार्यकारी इंजीनियर सुरेंद्र चंद्रा की 1.72 करोड़ की संपत्ति अब कुर्क कर ली गई है। छत्तीसगढ़ के इस भ्रष्ट अफसर के खिलाफ कार्रवाई भारत सरकार के इंफोर्समेंट डायरेक्टोरेट ( ED) ने की है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। केन्द्रीय जांच एजेंसी ने एक बयान में बताया कि सुरेंद्र कुमार चंद्रा की कुर्क की गई संपत्तियां बिलासपुर और जांजगीर-चांपा जिले में बैंक में जमा राशि, कृषि भूमि, दूसरे इस्तेमाल की जमीन और घर के रूप में है।
पत्नी भी शामिल !
ED ने दावा किया कि जांच में पाया गया कि ज्यादातर अचल संपत्ति चंद्रा और उनकी पत्नी के नाम पर खरीदी गई थी। यह भी कहा गया है कि अवैध रूप से अर्जित नकदी का उपयोग आरोपी और उसकी पत्नी ने छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की एक योजना के तहत मकान के पंजीकरण के लिए किया था। कुर्क की गई संपत्तियों का कुल मूल्य 1 करोड़ 72 लाख 80 हजार 711 रुपये है।
कुछ साल पहले पड़ा था छापा
खबर है कि कुछ साल पहले राज्य की एजेंसी एंटी करप्शन ब्यूरो ACB ने चंद्रा के ठिकानों पर छापा मारा था। ACB में दर्ज एफआईआर के आधार पर ED ने भी जांच की। अपनी जांच में ED ने करोड़ों की संपत्ति की गड़बड़ी पाई इसलिए अब इसे कुर्क किया जा रहा है। आय से अधिक संपत्ति मामले में छत्तीसगढ़ पुलिस ने प्रीवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत चंद्रा के खिलाफ चार्जशीट फाइल की थी। फिलहाल चंद्रा सस्पेंड हैं।Share on: